मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के खितौला के इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक से 15 करोड़ का सोना और नकदी लूटने वाले डकैतों की तलाश पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. मकान देने वाले, दिलाने वाले और कथित मास्टरमाइंड रईस लोधी समेत चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन असली खिलाड़ी पेशेवर अपराधी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने पांचों फरार डकैतों की पहचान कर ली है और टीमें बिहार-झारखंड में दबिश दे रही हैं. दावा है कि गिरफ्तारी अब सिर्फ वक्त की बात है.
दमोह में बंटवारा कर हुए अलग–
डकैत दमोह पहुंचे और वहीं सोने का आपस में बंटवारा कर लिया. इसके बाद सब अलग-अलग दिशाओं में निकल गए. पुलिस को चकमा देने के लिए उन्होंने तुरंत मोबाइल फोन बंद कर दिए और लोकेशन ट्रैकिंग से बच निकले.
रईस ने रची थी पूरी साजिश-
गिरफ्तार रईस लोधी ने ही बाहरी अपराधियों को बुलाकर डकैती की रूपरेखा तैयार की थी. बैंक की गतिविधियों और इलाके की पूरी जानकारी उसने दी. उसका साथी बबलू ठाकुर स्थानीय मदद और संसाधन उपलब्ध कराता था, ताकि बदमाशों पर किसी का शक न हो.
पुलिस का दावा-
पुलिस कप्तान संपत उपाध्याय का कहना है कि हमारे पास ठोस सुराग हैं. आरोपी ज्यादा दिन तक नहीं बच पाएंगे. सोना भी बरामद होगा और सभी सलाखों के पीछे होंगे.