जबलपुर: डिमांड पर मिली रिमांड में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही जबलपुर पुलिस, सरफराज व अजहर के कमरों से बरामद हुए अवैध हथियार, संपत्तियों और स्कूल से जुड़े दस्तावेजों से खुल सकते हैं कई राज

जबलपुर : अपराध जगत का चर्चित नाम अब्दुल रज्जाक उर्फ पहलवान के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज होती जा रही है। सिवनी जिले के पेंच से पकड़े गए गैंग के चार प्रमुख सदस्यों बेटा सरफराज, भाई मोहम्मद महमूद, भतीजा अजहर और गुर्गा सज्जाद की निशानदेही पर शनिवार को ओमती पुलिस ने नया मोहल्ला रिपटा स्थित रज्जाक के घर में दबिश दी। घर पर छापेमारी के दौरान बेटे सरफराज और अजहर के कमरों से दो पिस्टल और तीन कारतूस बरामद हुए.इसके अलावा घर से कई संपत्तियों के दस्तावेज, संदिग्ध अभिलेख, और आपराधिक गतिविधियों से जुड़ी सामग्री भी पुलिस के हाथ लगी है.

ताला तोड़कर हुई सर्चिंग-
जब पुलिस दल आरोपियों को लेकर घर पहुंचा, तो वहां ताला बंद मिला। पंचनामा बनाकर ताला तुड़वाया गया और फिर घर की गहन तलाशी शुरू हुई.पूरे ऑपरेशन में किसी भी तरह की जानकारी पहले से लीक न हो, इसका विशेष ध्यान रखा गया

स्कूल के लिए ईओडब्ल्यू से संपर्क-
तलाशी में खजरी खिरिया स्थित एक निजी स्कूल से जुड़े फर्जी दस्तावेज भी मिले हैं, जिसकी मान्यता पूर्व में निरस्त की जा चुकी है। स्कूल संचालन से जुड़े मामलों में भी एफआईआर दर्ज है.पुलिस अब इन दस्तावेजों को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंपकर जांच को आगे बढ़ा सकती है। पुलिस को उम्मीद है कि रज्जाक गैंग की आर्थिक और आपराधिक गतिविधियों से जुड़े कई और राज जल्द उजागर होंगे.

अब रडार में गुर्गो समेत पनाहगार-
सिवनी से गिरफ्तार हुए भाई-भतीजे और गुर्गे और जबलपुर से दबोचा गया बेटा सरफराज ने अब तक कहां-कहां फरारी काटी डिमांड पर मिली रिमांड में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है.इस दौरान आरोपियों को किन-किन लोगों ने मदद की उन पनाहगारों की सूची भी बनाई जा रही है.वहीं रज्जाक गैंग के लिए कार्य करने वाले गुर्गे शहर छोड़कर भाग गए है.पुलिस उनकी भी तलाश में छापेमारी कर रही है.

मर्सिडीज लेकर भागा था अब्बास-
वहीं सिवनी रेड के दौरान निकाह में शामिल होने के लिए रज्जाक का रिश्तेदार अब्बास भी था। लेेकिन उसको पुलिस कार्रवाई की भनक पहले ही लग गई थी इसलिए वह अपनी मर्सिडीज लेकर वहां से फरार हो गया.निकाह में शामिल हुए सूत्रों के मुताबिक अब्बास जिस कार में भागा वह सफेद रंग की थी और उसमें करीब डेढ़ करोड़ रुपये भी रखे थे.


दूध के धंधे से अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बना अब्दुल रज्जाक उर्फ पहलवान 1959 में नरसिंहपुर के करेली से जबलपुर आया था.शुरुआत दूध बेचने से हुई, लेकिन जल्द ही रज्जाक ने टोल टैक्स के ठेके लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक संपर्क बनाए.यहीं से उसका जुड़ाव संगठित अपराध से हुआ। धीरे-धीरे वह रंगदारी, अपहरण, हत्या के प्रयास, डकैती, ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी जैसे संगीन अपराधों में लिप्त हो गया.रज्जाक पर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। रज्जाक का गिरोह पारिवारिक मॉडल पर चलता है, जिसमें उसका बेटा सरफराज और सरताज, भाई मोहम्मद महमूद, भतीजा अजहर और गुर्गा मोहम्मद सज्जाद जैसे विश्वसनीय लोग शामिल हैं.ये लोग जबलपुर, कटनी और मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों में सक्रिय रहे.फिलहाल रज्जाक भोपाल की जेल में बंद है, लेकिन उसका गैंग अब भी परिवार और गुर्गों के माध्यम से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा हैं.

पुलिस कप्तान इनका कहना
आरोपियों की निशानदेही पर उनके घरों की सर्चिंग की गई है. जिसमें दो पिस्टल, तीन कारतूस समेत कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगे है.जिनकी तस्दीक कराई जा रही है.रिमांड में पूछताछ जारी है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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