जबलपुर: चौथी मंजिल से लगाई छलांग, गंभीर हालत में जूनियर डॉक्टर की मौत, आत्महत्या का कारण अज्ञात

Madhya Pradesh: जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर की इलाज के दौरान मौत हो गई, और उसके आत्महत्या करने के पीछे का कारण फिलहाल रहस्य बन गया है, MBBS फोर्थ सेमेस्टर में पढ़ने वाला शिवांश गुप्ता मूल रूप से रीवा का रहने वाला था. उसके माता पिता गुड़गांव में रहते थे, उसकी दो बहनें भी डॉक्टर हैं, एक संपन्न और सुशिक्षित परिवार से ताल्लुक रखने वाले जूनियर डॉक्टर ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया अब यह चर्चा चारों ओर हो रही है, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना का कहना है कि सुबह उन्हें सूचना जिसके बाद उन्होंने हॉस्टल के तमाम छात्रों और अन्य स्टाफ से पूछताछ की थी जिसमें उन्हें बताया गया कि शिवांश बीते एक सप्ताह से तनाव में था.

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उसने अपने रूम मेट्स से बताया था कि उसे हॉस्टल में अच्छा नहीं लग रहा। जल शाम उसने हॉस्टल के बाहर किराए से रहने वाले दोस्तों से बात की और उनके रूम पर रहने की इच्छा जाहिर की थी जिसके बाद वह दोस्त के रूम पर चला गया था, काफी रात में खाना खाने के बाद वह वापस लौट आया और दो गया, सुबह हॉस्टल के सभी जूनियर डॉक्टर क्लास अटेंड करने कॉलेज चले गए लेकिन शिवांश नहीं गया, इसके बाद करीब 12 बजे उसने दोस्तों को मैसेज किया कि वे कभी कोई गलत कदम ना उठाएं, वह जो कर रहा है ऐसा कोई काम ना करें, मैसेज पढ़ते ही उसके दोस्तों को संदेह हुआ और वे उसकी तलाश में हॉस्टल पहुंचे जहां छत पर छलांग लगाने की तैयारी में खड़े शिवांश को देख लिया.

उसके दोस्तों ने उसे आवाज देकर रोकने का प्रयास किया लेकिन तब तक शिवांश ने मौत की छलांग लगा दी थी, जब उसे अस्पताल लाया गया तब उसकी नाक, कान और मुंह से ब्लीडिंग हो रही थी, हॉस्पिटल के तमाम स्पेशलिस्ट डॉक्टर उसकी सर्जरी करने के लिए तैयार खड़े थे, इलाज शुरू किया गया लेकिन दोपहर में उसकी मौत हो गई। इस घटना से डीन भी काफी दुखी नजर आए लेकिन शिवांश के इस आत्मघाती कदम के पीछे की वजह अब भी समझ नहीं आ रही, बहरहाल इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज और जूनियर डॉक्टर सदमे में हैं और हर कोई यह जानना चाह रहा है कि शिवांश ने यह कदम क्यों उठाया ?

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