मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के कुंडम थाना क्षेत्र के तिलसानी गांव में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही और अमानवीयता सामने आई है. यहां एक लाइनमैन का शव ट्रांसफार्मर के पोल पर करीब 12 घंटे तक लटका रहा. यह दर्दनाक हादसा सोमवार शाम हुआ, जब ट्रांसफार्मर सुधारते समय करंट लगने से आउटसोर्स कर्मचारी कौशल किशोर मार्को की मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक, सोमवार शाम कुंडम फीडर में बतौर आउटसोर्स कर्मचारी कार्यरत कौशल किशोर मार्को को तिलसानी गांव में खराब ट्रांसफार्मर सुधारने के लिए भेजा गया था. उसने स्थानीय सब-स्टेशन से बिजली लाइन बंद करवाई और ट्रांसफार्मर पर चढ़कर काम करने लगा. इसी दौरान सब-स्टेशन में तैनात ऑपरेटर ने गलती से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी, जिससे पोल पर काम कर रहे कौशल किशोर को तेज करंट लग गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि हादसे के बाद भी कौशल किशोर का शव रातभर ट्रांसफार्मर के पोल पर लटका रहा.
ग्रामीणों ने पुलिस को दी सूचना
किसी ने उसे नीचे उतारने की जहमत नहीं उठाई. मंगलवार सुबह जब ग्रामीणों ने शव को देखा तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतरवाया. बिजली विभाग की इस लापरवाही और अमानवीयता से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया. नाराज ग्रामीणों ने कुंडम के मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
12 घंटे तक बिजली के पोल पर लटका रहा शव
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही से एक निर्दोष कर्मचारी की जान चली गई और उसके शव को रातभर लटकता छोड़ दिया गया, जो अमानवीयता की पराकाष्ठा है. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझाकर ग्रामीणों को शांत कराया. एएसपी प्रदीप शेंडे ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है. यदि किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.