पाकिस्तान का नाम आते ही हम भारतीयों के ख्याल में सबसे पहले क्या आता है? किसी के लिए यह सरहद पार का एक पड़ोसी देश है, तो किसी के लिए दुश्मन देश. किसी के मन में पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का ख्याल आता है, तो किसी को वहां के गाने और ड्रामे याद आते हैं. लेकिन सोचिए, अगर हजारों किलोमीटर दूर किसी भारतीय को किसी कपड़े में ‘पाकिस्तान’ लिखा हुआ मिल जाए, तो उसके जज्बात कैसे होंगे?
कुछ ऐसा ही हुआ कंटेंट क्रिएटर ईशान शर्मा के साथ. दरअसल, ईशान शर्मा अपनी अमेरिका यात्रा को सोशल मीडिया पर डॉक्यूमेंट कर रहे हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के आधिकारिक स्टूडेंट-रन मर्चेंडाइज स्टोर, द हार्वर्ड शॉप, से कुछ मर्चेंडाइज खरीदने का फैसला किया. लेकिन वहां उन्हें ‘मेड इन पाकिस्तान’ का टैग लगी हुई जैकेट देखकर हैरान हो गए, दरअसल उनकी हैरानी उसकी कीमत पर थी, जो भारतीय रुपए के मुताबिक 12000 थी. हार्वर्ड में कुछ और खरीदने आए थे, लेकिन यहां मुझे दिखी मेड-इन-पाकिस्तान की जैकेट. जिसकी कीमत 12000 रूपए. पाकिस्तान का नाम आते ही पोस्ट हो गई वायरल
Came to Harvard to buy merch.
This one's is Rs. 12,000!
But Made in Pakistan?! pic.twitter.com/ik6IUPASSu
— Ishan Sharma (@Ishansharma7390) August 19, 2024
ईशान शर्मा शर्मा की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. कई यूजर्स ने उन्हें इस प्रोडक्ट को न खरीदने की सलाह दी. यह कहते हुए कि इसकी कीमत के हिसाब से यह खरीदने लायक नहीं है. एक यूजर ने लिखा, ‘ इस प्रोडक्ट की क्वालिटी बहुत खराब है’. मैंने पिछले साल कुछ खरीदे थे और 2-3 धुलाई के बाद इसका पोछा बन जाएगा. ये सब अब फर्श साफ करने के लिए अच्छे हैं’.
एक यूजर ने लिखा, ‘ये सामान मत खरीदो, यह बहुत खराब है’. मैंने भी एक ऐसा ही सामान और डिजाइन खरीदा था, पहली बार पहनने के बाद ही उस पर रोआं निकलने लगा. कुछ X यूजर्स ने यह भी बताया कि 12000 रुपए असल में ब्रांड की कीमत है, न कि मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट.
कुछ यूजर्स ने यह भी बताया कि 12000 जैकेट की ब्रांड वैल्यू है, न कि मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट. उन्होंने समझाया कि ब्रांड की कीमत अक्सर मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट से ज्यादा होती है. इसलिए इसमें कोई हैरानी की बात नहीं होनी चाहिए. इस पूरे मामले ने सोशल मीडिया पर काफी चर्चा बटोरी है.