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जयपुर: कहानी में ट्विस्ट है… किडनैपर ही निकला बच्चे का पिता! प्यार में भिखारी बन गया था हेड कॉन्स्टेबल

जयपुर में एक साल पहले हुए एक बच्चे के अपहरण के मामले में पुलिस ने किडनैपर को अरेस्ट कर लिया और 14 महीने बाद बच्चे को उसकी मां को सौंपा है. लेकिन जब पुलिस आरोपी तनुज चाहर को गिरफ्तार कर आगरा से जयपुर लेकर पहुंची तब थाने के अंदर कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको हैरान कर दिया. मासूम बच्चा पृथ्वी मां के बजाय किडनैपर के पास जाने की जिद करने लगा.

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यही नहीं बच्चा किडनैपर से लिपट कर जोर-जोर से रोने लगा. इस दृश्य को देखकर किडनैपर से लेकर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की भी आंखों से आंसू छलक पड़े और हर किसी के मन में यह सवाल उठने लगा कि आखिर बच्चे का इस किडनैपर के साथ ऐसा क्या रिश्ता है जो यह मां के बजाय अपहरणकर्ता के साथ इतना भावुक हो रहा है.

दरअसल, पूरा मामला प्रेम संबंध से जुड़ा हुआ है. पुलिस का दावा है कि इस कहानी में जिसे किडनैपर बताया जा रहा है वही बच्चे का पिता भी है. किडनैपर का नाम तनुज चाहर है जो यूपी पुलिस का निलंबित हेड कॉन्स्टेबल और फिलहाल जयपुर पुलिस की नजर में बच्चे के अपहरण का आरोपी है. लेकिन ये कथित किडनैपर दावा कर रहा है कि वो ही उस बच्चे का पिता है और उसे बच्चा दिलवाया जाए.

उसका कहना है कि पुलिस चाहे उसका DNA टेस्ट करवा ले लेकिन यह बच्चा उसी का है. पुलिस सूत्रों की मानें तो बच्चे की मां किडनैपर तनुज की बुआ की लड़की है, जिसको वो कई साल से प्यार करता है. लेकिन जब उसके प्यार की भनक लड़की के परिवार को लगी तो गांव में खाप पंचायत बैठी. इसके बाद इज्जत के मारे परिवार वालों ने गुपचुप तरीके से लड़की की शादी जयपुर में कर दी.

तनुज प्यार में जुदा होने के बावजूद अपनी प्रेमिका को पाने के लिए पुलिस की नौकरी छोड़कर भिखारी तक बन गया. यही नहीं उसकी तलाश में उसने जयपुर में एक साल तक फुटपाथ पर रातें गुजारीं और मजदूरी कर अपना पेट पाला. जब प्रेमिका की तलाश पूरी हुई तब तनुज ने अपने प्यार को फिर परवान दिया.

बताया जा रहा है कि आरोपी तनुज ने धीरे-धीरे अपनी प्रेमिका के पति से व्यवहार बनाया और फिर उसके घर आना-जाना शुरू कर दिया. इस बीच लड़की ने भी अपने प्यार के बारे में पति को बता दिया. फिर कुछ महीनों बाद वो प्रेग्नेंट हो गई और उसने पृथ्वी को जन्म दिया लेकिन फिर अचानक उसने तनुज से नाता तोड़ लिया.

इन दोनों के बीच मनमुटाव के चलते झगड़े शुरू हुए. तनुज उस पर दबाव बनाने लगा और बच्चे के साथ उसको अपने साथ आने की बात करने लगा. इसके बाद बात नहीं बनी तो पिछले साल 14 जून 2023 को उसने प्रेमिका के घर से उसके 11 महीने के बच्चे को जबरन उठा लिया और उसका अपहरण कर लिया. अब जब पुलिस ने बच्चे को बरामद किया तो उसकी उम्र 2 साल से ज्यादा हो चुकी है.

इस दरमियान आरोपी ने कई राज्यों में फरारी काटी लेकिन बच्चे को खरोंच तक नहीं आने दी. जबकि अक्सर अपहरण के मामलों में आरोपी फिरौती और जान से मारने की धमकी देते हैं लेकिन इस प्रकरण में ऐसा कुछ नहीं हुआ. ऐसा भी नहीं है कि बच्चे के परिवार को किडनैपर का फोन नहीं आता था. फोन आता था लेकिन फिरौती के लिए नहीं बल्कि बच्चे की मां की खैर-खबर लेने के लिए.

इस बीच आरोपी खुद साधु बन गया लेकिन बच्चे की नए कपड़े और खिलौने की चाहत पूरी करता रहा. ऐसा नहीं है कि आरोपी तनुज शादीशुदा नहीं है बल्कि उसका 21 साल का एक लड़का भी है लेकिन उसने अपनी प्रेमिका के चलते अपनी पत्नी को ही छोड़ दिया, जिसने अब आरोपी तनुज पर भरण पोषण का मुकदमा दर्ज करवाया है.

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