पंजाब में 1 जून को वोटिंग के बाद अब नतीजों का इंतजार है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. अभी हाल ही में आम आदमी पार्टी से छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए शीतल अंगुराल ने विधायक के रूप में अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. इस संबंध में शीतल अंगुराल ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है. स्पीकर की तरफ से 3 जून को शीतल अंगुराल को बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने इससे एक दिन पहले ही अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
शीतल अंगुराल आम आदमी पार्टी की टिकट पर साल 2022 में जालंधर वेस्ट से विधायक चुने गए थे. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को वे सांसद सुशील रिंकू के साथ मिलकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. इस दौरान उन्होंने अपने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया था. लेकिन, जैसे ही पंजाब में लोकसभा चुनाव की वोटिंग संपन्न हुई. उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए विधानसभा स्पीकर को पत्र लिख दिया.
शीतल अंगुराल की तरफ से विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा गया है कि अगर उनका विधायक पद का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो जालंधर वेस्ट में दोबारा चुनाव करवाने पड़ेंगे, जिससे सरकार का चुनाव खर्च बढ़ जाएगा. इस वजह वो अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं. शीतल अंगुराल के पत्र के बाद आज उन्हें वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया है.
सुशील रिंकू के साथ ज्वाइन की थी बीजेपी
बता दें कि जालंधर सांसद सुशील कुमार रिंकू के साथ विधायक शीतल अंगुराल बीजेपी में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे थे. उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद जालंधर में आप कार्यकर्ताओं ने उनके घर के बाहर जमकर नारेबाजी की थी. उन्हें पार्टी का गद्दार बताया था.