जालोर: में एक युवक की करंट लगने से मौत हो गई. इसका सीसीटीवी भी सामने आया है. करंट लगने के बाद मुस्ताक खान (33) कुछ देर तक तड़पता रहा और इसके बाद जान चली गई. मामला जिले के बागोड़ा थाना क्षेत्र के मोरसीम गांव में बुधवार शाम 6:52 का है. वह घर से सब्जी लेने के लिए निकला था. इधर, इस घटना के बाद परिजनों ने डिस्कॉम अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गुरुवार सुबह से धरने पर बैठ गए है. परिजन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे है.
घर के बाहर रखी थी लाइन, घर से निकलते ही आया चपेट में मृतक के चचेरे भाई हबीब खान ने बताया कि उनके गांव में पिछले 10 दिनों से 11 केवी की नई लाइन डालने का काम किया जा रहा था. 5 दिन पहले एक प्लाट के आगे ट्रांसफॉर्मर लगाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद से काम बंद पड़ा था.
तारों में करंट नहीं होने की की वजह से डिस्कॉम के कर्मचारियों ने 11 केवी की लाइन के तारों को समेट कर उनके घर के बाहर लगे बिजली पोल के पास रख दिया था.
जैसे ही वह घर से बाहर आया, यहां पड़े 11 केवी लाइन के तारों की चपेट में आ गया. पैर रखते ही उसके शरीर में करंट दौड़ने लगा. हालात ये हो गई कि करंट लगने के बाद उसके शरीर में अलग-अलग अंगों से खून निकलना शुरू हो गया. इस पर परिजन और ग्रामीण उसे बागोड़ा अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया.
इधर, परिजन गुरुवार सुबह बागोड़ा सरकारी हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठ गए। परिजनों का आरोप है कि तारों में करंट होने के बाद भी खुला उनके घर के बाहर छोड़ा गया। मुस्ताक की जान डिस्कॉम कर्मचारियों की लापरवाही से गई. परिजनों ने दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है. मृतक मुस्ताक मजदूरी करता है और उसके एक दो साल की बेटी है.
इधर, इस मामले में बागोड़ा डिस्कॉम के एईएन गीगाराम का कहना है कि विवाद के कारण काम 5 दिनों से रुका हुआ था. ये लाइन जुड़ी हुई नहीं थी इसलिए तारों में करंट नहीं था. लेकिन, हवा की वजह से ये सर्विस लाइन इस तार को बार-बार छू रही थी, इस वजह से इसमें करंट दौड़ गया और ये हादसा हुआ. इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.