जालौर: वेतन नहीं मिलने से परेशान जूनियर असिस्टेंट ने खाया जहर, BDO पर लगाए गंभीर आरोप

जालौर: जिले के बागोड़ा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां पंचायत समिति में कार्यरत एक कनिष्ठ सहायक धनराज मीणा ने कथित रूप से सैलरी न मिलने से परेशान होकर कीटनाशक खा लिया. बुधवार को हुई इस घटना के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. इस घटना ने स्थानीय लोगों और कर्मचारियों के बीच चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है. हालांकि, इस मामले में आरोप और प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है.

जानकारी के अनुसार, जूनियर असिस्टेंट धनराज मीणा ने बुधवार को कथित तौर पर कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया. उनके सहकर्मियों ने उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां जरूरी मेडिकल सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. डॉक्टरों ने फर्स्ट ऐड देते हुए उनके शरीर से जहर बाहर निकाला, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार हुआ. इस घटना के बाद, धनराज मीणा ने विकास अधिकारी (बीडीओ) पर आरोप लगाया कि उन्हें पिछले 4 महीने से सैलरी नहीं मिली थी, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया.

जूनियर असिस्टेंट के इन आरोपों पर विकास अधिकारी ने सफाई दी है. उन्होंने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है. बीडीओ  ने कहा, ‘जब कोई कर्मचारी लगातार अनुपस्थित रहता है, तो उसकी सैलरी जारी करने का कोई प्रावधान नहीं है.’ उन्होंने बताया कि धनराज मीणा पिछले 4 महीने से लगातार काम पर नहीं आ रहे थे. विकास अधिकारी ने यह भी कहा कि शुरुआती जांच में यह मामला किसी व्यक्तिगत या पारिवारिक समस्या के कारण आत्महत्या का प्रयास लग रहा है.

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने जूनियर असिस्टेंट, उनके सहकर्मियों और परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं. पुलिस का कहना है कि वे इस घटना की निष्पक्ष जांच कर रहे हैं और जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं. कुछ लोग जहां कर्मचारी के आरोपों को सही मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे व्यक्तिगत मामला बता रहे हैं. पुलिस की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी.

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