Madhya Pradesh: जबलपुर के मड़ई जामा मस्जिद विवाद ने नया तूल पकड़ा लिया है. प्रशासन द्वारा मस्जिद की जमीन की जांच के बाद सोशल मीडिया पर जारी की गई पोस्ट सामने आने के बाद हिन्दूवादी संगठन भड़क उठे हैं और जिला कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर का अर्थी जुलूस निकाला. इस दौरान मस्जिद के सामने सुरक्षा को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.
आंदोलन कर रहे कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल भी इस्तेमाल किया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन से पानी भी चलाया लेकिन आक्रोशित कार्यकर्ता नही रुके और अर्थी को आग लगा दी। आक्रोशित हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जिला प्रशासन ने दूसरे पक्ष के दबाव में एक पक्षीय आदेश सुना दिया है जबकि पूरा मामला अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है.
हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि जबलपुर जिला कलेक्टर ने या तो दबाव में या फिर लालच में आकर मस्जिद के पक्ष में स्पष्टीकरण जारी किया है जो कि पूरी तरह से असंवैधानिक है इसलिए हिंदूवादी संगठन लगातार जिला कलेक्टर का विरोध करेंगे। आंदोलन की कड़ी में आगे चलकर तहसील स्तर पर भी जिला प्रशासन का पुतला दहन किया जाएगा.
गौरतलब है कि जबलपुर की रांझी स्थित मड़ई जामा मस्जिद की जमीन को लेकर पिछले दो सालों से विवाद चल रहा है हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि मस्जिद कमेटी ने बाल गायत्री मंदिर की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा किया है, मस्जिद के पास केवल 1000 स्क्वायर फीट जमीन है लेकिन उन्होंने अवैध तरीके से कब्जा कर मंदिर की जमीन पर भी अवैध निर्माण शुरू कर दिया है वही मस्जिद कमेटी के सदस्यों का कहना है कि जो हकीकत है.
प्रशासन की जांच रिपोर्ट में वही सामने आया है मस्जिद कमेटी ने किसी की जमीन पर कब्जा नहीं किया है. दूसरी तरफ जिला प्रशासन का कहना है कि खसरों के नंबरों और बटांक में गड़बड़ियों के चलते कुछ लोग भ्रमित हो रहे हैं और इन खसरों में सुधार के लिए कलेक्टर न्यायालय में अलग से मामला विचाराधीन है.