राजौरी में सरकारी कर्मचारी मोहम्मद रज्जाक की हत्या के बाद जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए क्षेत्र में निगरानी बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है.
जम्मू-कश्मीर में सरकारी कर्मचारी मोहम्मद रज्जाक (40) की हत्या मामले में पुलिस का बड़ा दावा सामने आया है. पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ‘अबू हमजा’ छद्म नाम वाला एक विदेशी आतंकवादी का इस घटना में शामिल है. पुलिस ने इस विदेशी आतंकवादी के बारे में जानकारी मुहैया कराने वाले को 10 लाख रुपए का इनाम देने की भी घोषणा की है.
दरअसल, सोमवार को राजौरी के थाना मंडी क्षेत्र के कुंडा टॉप गांव में मोहम्मद रज्जाक (40) की हत्या कर दी गई थी. रज्जाक सरकार के समाज कल्याण विभाग में कार्यरत थे जबकि उनके भाई मोहम्मद ताहिर चौधरी प्रादेशिक सेना में एक सैनिक हैं. घटना के बाद से इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है. कुछ जगहों पर पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती की गई है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े दो आतंकवादी गांव में प्रादेशिक सेना के एक अधिकारी के परिसर में घुस गए थे. हालांकि, आतंकियों के हमले में चौधरी बाल-बाल बच गए. मोहम्मद रज्जाक की हत्या के बाद थाना मंडी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने कहा कि घटना में शामिल बाकी लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस के हाथ कई सबूत भी लगे हैं. हमलावरों में से एक की पहचान अबू हमजा के रूप में हुई जो कि विदेशी आतंकवादी है.
इस बीच, ग्रामीणों ने मोहम्मद रज्जाक जनाजे की नमाज के दौरान की स्थिति पर चर्चा करते हुए क्षेत्र के कोपरा में सैन्य चौकी बहाल करने की मांग की, जो 2010 तक वहां स्थापित थी, लेकिन बाद में हटा दी गई थी. वहीं, जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन ने हत्याकांड के बाद मंगलवार को राजौरी जिले में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की.