जम्मू-कश्मीर में शनिवार सुबह से सेना और आतंकियों के बीच दो अलग-अलग एनकाउंटर हुए. जहां अनंतनाग में सुरक्षाबलों ने दो दहशतगर्दों को ढेर कर दिया तो वहीं श्रीनगर के खानयार में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है. खानयार में मारे गए आतंकी की पहचान पाकिस्तान के रहने वाले उस्मान के रूप में हुई है, जो पिछले एक दशक से भारत के खिलाफ साजिशें रच रहा था. अभी दो और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है, जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है.
बता दें कि जिस मकान में आतंकी छिपे थे, उसमें बड़ा धमाका हुआ. इसके बाद मकान में आग लग गई. इलाके में भीषण धुएं का गुबार नजर आ रहा था. इस ऑपरेशन में सेना के कई जवान भी घायल बताए हुए हैं. इनमें 2 सीआरपीएफ और दो पुलिस के जवान घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
#WATCH | Jammu and Kashmir: A plume of smoke billows into the sky in Srinagar. Gunshots can be heard in the background as an encounter is underway between security forces and terrorists in the Khanyar area of Srinagar.
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/liSbElpyZi
— ANI (@ANI) November 2, 2024
बता दें कि खानयार में लश्कर के आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी. बताया जा रहा है कि इसमें लश्कर का बड़ा कमांडर है, वो यहां छिपा है औऱ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है. इसके बाद इलाके को सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया था. सुबह से सुरक्षाकर्मी आतंकियों के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन वह लगातार फायरिंग कर रहे थे, जिसमें चार जवान घायल हो गए.
जानकारी के मुताबिक यह भी बताया जा रहा है कि मकान में छिपे आतंकियों को बाहर निकालने के लिए सेना ने किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया है ताकि मकान के एक हिस्से में आग लगे और अंदर छिपे आतंकी धुआं और आग को देखकर बाहर निकलें, ताकि उन्हें पकड़ा जा सके और कई घंटों से जारी इस एनकाउंटर को अंजाम दिया जा सके.
इससे पहले खानयार में रुक-रुकर फायरिंग जारी थी. इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सुरक्षाबल आतंकियों को ठिकानों का पता लगाकर उनकी घेराबंदी करते दिख रहे हैं. वहीं वीडियो में ताबड़तोड़ फायरिंग और धमाकों की आवाज भी आ रही है. बताया जा रहा है कि खानयार में एक शीर्ष गैर स्थानीय कमांडर सहित 2 से 3 लश्कर आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है. पुलिस और सीआरपीएफ का संयुक्त अभियान जारी है.
खानयार का एक और वीडियो सामने आया था, जिसमें आतंकी एक घर के भीतर छिपे हुए हैं और लगातार फायरिंग कर रहे हैं. सुरक्षाबलों ने इन्हें पूरी तरह से घेर लिया है. बताया जा रहा है कि सुरक्षाकर्मी किसी भी तरह की चूक किए बिना इन आतंकियों को पकड़ना चाहती है. इसके लिए सुरक्षाबल आतंकियों की गोलियों के खत्म होने का भी इंतजार कर रही है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय से आतंकी घटनाओं में इजाफा देखने को मिल रहा है. एक दिन पहले ही शुक्रवार को बांदीपोरा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इससे पहले भी कई बार आतंकवादियों ने घुसपैट की कोशिश की है और सेना के साथ एनकाउंटर हुआ है.
वहीं 28 अक्टूबर को भी अखनूर सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ हुई थी. इसमें भारतीय सेना के साहसी डॉग ‘फैंटम’ ने अपनी जान की कुर्बानी दी. आतंकियों ने सेना के काफिला पर गोलीबारी की थी. भारतीय जवान आतंकियों को घेर रहे थे, जब फैंटम को आतंकियों द्वारा चलाई गई गोली लग गई. इस अभियान में तीन आतंकवादी का खात्मा किया जा चुका है और हथियार बरामद की गई है.
फारूख अब्दुल्ला ने हमलों का उठाया मुद्दा
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से आतंकवाद की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. पिछले 24 घंटे के अंदर ही राज्य में 3 आतंकी हमले हुए हैं जिसमें कल शुक्रवार को पहले बडगाम और बांदीपुरा में फायरिंग हुई और आज श्रीनगर में फायरिंग हुई. आतंक की इन बढ़ती घटनाओं पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला को साजिश की बू नजर आ रही है.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमला क्राइसिस पैदा करने की कोशिश है. हमलावरों को पकड़ना चाहिए तब पता चलेगा कि इन आतंकियों के पीछे कौन है. इनको मारना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि इनको पकड़ो और पूछो कि आखिर कौन करवा रहा है ये सब. अभी ही ये घटनाएं क्यों हो रही है .. पहले क्यों बंद थे ये हमले और अभी ही क्यों हो रहे हैं?
बडगाम में मजदूरों पर हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “इसकी जांच होनी चाहिए. कैसे यहां सरकार बन गई है और ये हो रहा है. मुझे तो शक है कि यह वो लोग तो नहीं कर रहे हैं जो इस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं? पहले क्यों बंद थे ये हमले और अभी ही क्यों हो रहे हैं…? यह सब एक संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. कश्मीर को अस्थिर करने की कोशिश है .. क्या कोई एजेंसिया तो नहीं है इन हमलों के पीछे जो उमर अब्दुल्ला सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं.”
हाल के दिनों में कई हमले
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब जम्मू-कश्मीर में गैर-कश्मीरियों पर गोलीबारी का मामला सामने आया हो. इससे पहले भी कई बार गैर-कश्मीरी नागरिकों को आतंकियों के द्वारा निशाने पर लिया गया है. पिछले हफ्ते बटागुंड त्राल में हुई गोलीबारी में एक शख्स के घायल होने की खबर आई थी. उसे घायल अवस्था में इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. यह हाल ही में हुआ तीसरा मामला था. इसका मतलब आज की घटना को लेकर हाल ही में इस तरह के कुल चार मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें गैर-कश्मीरियों को आतंकी निशाना बना रहे हैं.