ICSE-2025 के मैट्रिक बोर्ड के परिणाम में झारखंड के जमशेदपुर की बेटी शंभवी जायसवाल ने इतिहास रच दिया. शंभवी ने 100 पर्सेंटाइल अंक हासिल कर राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में नाम रोशन किया है. वह जमशेदपुर के लोयला स्कूल की छात्रा हैं. उनके पिता डॉ. अभिषेक जायसवाल जमशेदपुर के मेहर बाई टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में रेडियोलॉजिस्ट हैं.
CISCE ने बुधवार को 10वीं और 12वीं के रिजल्ट घोषित कर दिए. इसमें 10वीं में कुल 134700 लड़के पास हुए हैं, जबकि 117,857 लड़कियां पास हुई हैं. बोर्ड के मुख्य कार्यकारी जोसेफ इमैनुएल ने बुधवार को बताया कि दोनों परीक्षाओं में इस बार भी लड़कियां आगे रही हैं. इस परीक्षा में ही शंभवी ने 100 प्रतिशत अंक हासिल कर इतिहास रच दिया है.
शंभवी का देश टॉप करना गर्व की बात
शंभवी की मां सीनियर ओजस्वी शंकर सीनियर गायकनॉलॉजिस्ट हैं, पिता अभिषेक जायसवाल भी डॉक्टर हैं. बेटी की सफलता पर वह फूले नहीं समा रहे. उन्होंने बताया कि जब शंभवी के देश टॉप करने की सूचना मिली तो भरोसा ही नहीं हुआ. वह हमेशा से स्कूल में टॉप् करती थी, देश में टॉप् करेगी इसके बारे में तो सोचा भी नहीं था, लेकिन बेटी ने कड़ी मेहनत के दम पर ये कर दिखाया है. शंभवी ने जो किया है वह परिवार के लिए गर्व की बात है.
कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंंग करना चाहती है शंभवी
शंभवी जायसवाल आगे चलकर कंप्यूटर साइंस में इंजीनियर बनना चाहती है. पढ़ाई के अलावा उनकी पेंटिंग में उसकी काफी रुचि है. शंभवी ने अपनी इस सफलता पर सारा श्रेय मम्मी डॉक्टर ओजस्वी शंकर को दिया है. पढ़ाई के दौरान आने वाले सभी डाउट्स को मम्मी ही क्लियर किया करती थीं. इसके अलावा उसने कहीं भी एक्स्ट्रा क्लासेस या कोचिंग नहीं ली है. घर पर सेल्फ स्टडी के बल पर ही उसने पूरे देश में सफलता का परचम लहराया है. शंभवी ने सोशल मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी जो उनके लिए प्लस प्वाइंट साबित हुआ.