जिले में प्रारंभ हो रहे “आदि कर्मयोगी अभियान” को लेकर ग्राम सभाओं में व्यापक तैयारी और सहभागिता देखने को मिली है। इस अभियान के तहत जिले के सभी 417 ग्राम पंचायतों में विलेज एक्शन प्लान पारित किया जा रहा है, जिसमें हर ग्राम की अलग-अलग तारीख तय है। यह पहल सामुदायिक नेतृत्व और सहभागिता के साथ विकास की नयी दिशा तय कर रही है।
आदि कर्मयोगी अभियान जशपुर में
जिले के लोग स्वयं आगे बढ़कर विकास की योजनाओं में सहभागिता निभा रहे हैं। ग्रामसभा में किए गए ट्रांजेक्ट वॉक के माध्यम से ग्रामीणों ने अपने गाँव की ज़रूरतें, समस्याएँ और विकास की प्राथमिकताओं को प्रत्यक्ष तौर पर चिन्हित कर कार्ययोजना तैयार की है।
जनसहयोग और जमीनी भागीदारी
इस अभियान में जिले के लगभग 4000 आदि साथी और 6000 आदि सहयोगी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वे न सिर्फ़ ग्रामवासियों को अभियान से जोड़ रहे हैं बल्कि हर घर तक जागरूकता और भागीदारी का संदेश पहुँचा रहे हैं।
प्रशासनिक दिशा-निर्देश
जशपुर ज़िले के कलेक्टर रोहित व्यास ने भी अभियान की प्रगति और प्रभावी संचालन के लिए सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि हर ग्रामसभा में पारित होने वाली योजना पारदर्शी हो और आमजन की प्राथमिकताओं को सर्वोच्च महत्व दिया जाए। जशपुर जिले के हर एक गाँव में ग्रामसभा का आयोजन उत्सव जैसा माहौल लिए हो रहा है। ग्रामीण उत्साह के साथ अपने विचार रख रहे हैं और कार्ययोजना बनाने में हाथ बँटा रहे हैं। यह प्रक्रिया न केवल शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास मज़बूत कर रही है बल्कि ग्रामीण समाज को अपनी समस्याओं और समाधानों का साझेदार भी बना रही है।
जनभागीदारी से विकास की ओर
आदि कर्मयोगी अभियान यह संदेश दे रहा है कि शासन की कोई भी योजना तभी सफल होगी जब उसे आम जनता का सहयोग और नेतृत्व मिले। ग्रामसभाओं में पारित विलेज एक्शन प्लान भविष्य की विकास यात्रा का रोडमैप बनेगा।
जशपुर ज़िला प्रशासन और ग्रामीण मिलकर जिस प्रकार इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं, वह आने वाले समय में एक आदर्श मॉडल सिद्ध होगा। यह पहल ग्रामीण विकास को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी और स्थानीय लोगों को अपने गाँव की प्रगति के साथ जोड़ने का मज़बूत अवसर प्रदान करेगी।