कलेक्टर रोहित व्यास ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कृषि विभाग, उघान विभाग, पशुपालन विभाग मत्स्य पालन विभाग की समीक्षा बैठक ली. उन्होंने जिले के सभी पात्र किसानों को केन्द्र शासन और राज्य शासन की योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने खरीफ और रबी के फसलों के उत्पादन की भी समीक्षा की और धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए उप संचालक कृषि अधिकारी एम आर भगत को कड़ी हिदायत देते हुए प्रगति लाने के सख्त निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी. इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक कुमार और कृषि विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे. कलेक्टर ने कोषालय अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि कृषि विभाग के अधिकारियों और कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारीयों का वेतन एक माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं. जिन अधिकारियों की प्रगति धीमी है उनको नोटिस जारी करने के लिए कहा है.
कलेक्टर ने किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की उपलब्धता किसान ग्रीष्मकालीन फसल में धान के अतिरिक्त अन्य फसलों के उत्पादन की भी जानकारी ली. उन्होंने कृषि अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं. प्रत्येक विकासखंड में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की समीक्षा बैठक लेकर किसानों को दी जा रही योजना की समीक्षा करें और प्रत्येक सप्ताह उनसे प्रगति रिपोर्ट लेने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा की कितने किसान धान की फसल लेते हैं इसके अलावा अन्य फसल में दलहन, तिलहन, मक्का, उड़द मूंगफली आदि फसलों उत्पादन की जानकारी भेजने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने किसानों को धान के अलावा अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा है. ताकि किसानों को अन्य फसलों से लाभ प्राप्त हो सके. कलेक्टर ने सभी विकास खंड के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारीयों को 5-5 किसानों का लक्ष्य देने के निर्देश दिए और उन किसानों के द्वारा कौन सा फसल लिया जा रहा है, इसकी भी जानकारी देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही जिन किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बना उनका कार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवार के किसानों का प्राथमिकता से कार्ड बनवाने के निर्देश दिए हैं और छुटे हुए किसानों का ई केवाईसी करवाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही किसानों की जानकारी गुगल सीट में अपलोड करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने किसानों को दी जाने वाली नलकूप खनन, लघु सिंचाई , शाकम्बरी योजना, सूक्ष्म सिंचाई योजना, लघु सिंचाई योजना, कृषि विकास योजना, धान के बदले अन्य फसलों का उत्पादन, आदि अन्य योजनाओं की जानकारी विस्तार से ली.