मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कर्नाटक के मंगलुरू से मृतक बैजनाथ राम का शव जशपुर जिले के बांसाझाल स्थित उनके निवास तक पहुंचा. यहां बैजनाथ राम के परिजनों ने मृतक को अंतिम विदाई दी. जिले के कांसाबेल ब्लॉक के बगिया में स्थित मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में सहायता के लिए आवेदन लेकर पहुंचे मृतक के बेटे रितु मांझी ने बताया कि उसके पिता लगभग 1 साल पहले कर्नाटक के मंगलुरू जिले के एक फिसिंग कंपनी में नौकरी के लिए गए थे. यहां मछली पकड़ने के दौरान नदी में हुए बोट दुर्घटना में डूब कर उनकी 10 अक्टूबर को मृत्यु हो गई.
दुर्घटना के बाद इस मजदूर परिवार के सामने जशपुर से सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित मंगलुरू से जशपुर के बांसाझाल तक शव को लाने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई. हवाई मार्ग से शव को लाने के लिए भारी खर्च वहन करने की आर्थिक क्षमता नहीं होने के कारण, रितु ने सीएम कैंप बगिया में पहुंच कर पिता के शव को गृहग्राम लाने के लिए सहायता मांगी. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने बैजनाथ राम के शव को मंगलूरू से बांसाझाल तक लाने की पूरी व्यवस्था की. मंगलुरू से मर्चुरी वाहन से सड़क मार्ग से सोमवार को बैजनाथ का शव बांसाझाल पहुंचा. इस सहयोग के लिए बैजनाथ के बेट रितु सहित परिजनों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और कलेक्टर डॉ रवि मित्तल का आभार जताया है.
उल्लेखनिय है कि बगिया स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय लोगों की सहायता और समस्याओं को सुलझाने के लिए लगातार सक्रियता से काम कर रहा है. यहां स्थापित हेल्प लाईन नम्बर में जशपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों से भी रोजाना कॉल दर्ज किया जा रहा है. इन सारे फोन काल पर दर्ज किए जाने वाली समस्या और मांगों पर कैंप कार्यालय संबंधित विभाग और अधिकारियों से चर्चा कर कार्रवाई करने में जुटा हुआ है.
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