जशपुर जिला को रेल लाइन से जोड़ने विभागीय सर्वे कार्य अब लगभग अंतिम चरणों में है. उक्त संबंध में विस्तृत जानकारी देने भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के रेलवे मंडल अधिकारी मुख्य अभियंता और उप मुख्य अभियंता जशपुर कलेक्टर से मिलने पहुंचे और सर्वे के संबंध में विस्तार से जानकारी दे जल्द ही आगे की प्रक्रिया तेज करने का बात कहा है.
मिली जानकारी के अनुसार लोहरदगा से धर्मजायगढ़ रेल परियोजना को हरी झंडी दिलाने रेल मंडल द्वारा शुरू किए गए विभागीय सर्वे का कार्य अंतिम चरणों पर है. इस कार्य का जायजा लेने जशपुर पहुंचे रेलवे विभाग अंतर्गत भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के अधिकारी मुख्य अभियंता महाबल प्रसाद और उप अभियंता योगेश सिंह जशपुर पहुंचे. जिसके उपरांत जशपुर कलेक्टर डॉ.रवि मित्तल से मुलाकात कर सर्वे के संबंध में विस्तार से जानकारी दी. रेलवे विभाग से आए मुख्य अभियंता महाबल प्रसाद ने बताया कि इस वक्त क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित मांग रेलवे की सुविधा को जल्द ही पूरा करने विभाग पूरी ताकत झोंक रहा है. इस क्रम में लोहरदगा से धर्मजायगढ़ रेल परियोजना का विभागीय सर्वे कार्य कराया गया है. इस सर्वे में 301 किलोमीटर की दूरी का कार्य किया जाना है. उक्त दूरी में छत्तीसगढ़ में 219 किलोमीटर और झारखंड राज्य में 81 किलोमीटर का रेल मार्ग कार्य किया जाना सुनिश्चित हुआ है. जिसकी अनुमानित लागत लगभग 10 हजार करोड़ रूपये आना है. उक्त सर्वे के बाद प्रोजेक्ट तैयार कर डीपीआर स्वीकृति के लिए भेजा जाना है. स्वीकृति के पश्चात निविदा निकाल आगे का कार्य किया जाना है. स्वीकृति पश्चात प्रोजेक्ट पूर्ण करने लगभग 4 साल का समय लगना है।इस समय प्रथम चरण का सर्वे कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है. सर्वे के दौरान कई महत्वपूर्ण विषय सामने आए, जिस पर जशपुर कलेक्टर के साथ रेल विभाग के अधिकारियों ने विस्तार से चर्चा की. चर्चा के दौरान जशपुर कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने रेल परियोजना हेतु हो रहे सर्वे कार्य पर प्रसन्नता जाहिर की.