जशपुर: प्रकाशिकीय यंत्रों से संबंधित प्रशिक्षण एवं प्रायोगिक वर्कशॉप हुआ प्रारंभ, कलेक्टर की पहल पर टेलिस्कोप बनाना सीख रहे जिले के बच्चे

कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देश पर महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जशपुर में प्रकाशिकी यंत्रों से संबंधित प्रशिक्षण एवं प्रायोगिक वर्कशॉप प्रारंभ हुआ. जिला शिक्षा अधिकारी पीके भटनागर के मार्गदर्शन में जशपुर विकासखंड के साथ ही स्वामी आत्मानंद विद्यालय पत्थलगांव में भी कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रकाशिकीय यंत्र के संबंध में प्रशिक्षण और प्रयोगिक वर्कशॉप दिल्ली की एस्ट्रोकुलुम स्पेस टेक रिसर्च आर्गेनाईजेशन के सहयोग से जिले में कराया जा रहा है.

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प्रथम दिवस कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षा विभाग के प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर प्रशांत कुशवाहा ने सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी विद्यार्थी प्रकाशिकीय यंत्रों के मेकैनिज्म को समझने का प्रयास करें. सीखने की कोशिश हमेशा करते रहना चाहिए. विज्ञान को प्रयोग के माध्यम से समझना बहुत ही आसान होता है. जीवन में विज्ञान को प्रयोगिक रूप से भी अपनाएं.

संकल्प के प्राचार्य विनोद गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थियों में जिज्ञासा बनी रहनी चाहिए वैज्ञानिक तथ्यों को समझने का प्रयास करना चाहिए. कलेक्टर चाहते हैं कि जशपुर से भी प्रतिभाएं विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जिले का नाम रोशन करें. इसके लिए इस क्षेत्र में भी विद्यार्थियों को पर्याप्त एक्स्पोज़र उपलब्ध कराया जा रहा है.

दिल्ली से आई हुई ट्रेनर्स चंचल एवं अंजू विद्यार्थियों को टेलिस्कोप मेकिंग करना सीखा रहीं हैं. प्रकाश, प्रकाशिकी, आंखों की संरचना, आंखें कार्य कैसे करती हैं, और देखने में वह हमारी किस तरह मदद करती हैं और आसमान के पैटर्न के रिकॉग्निशन पर आज पहले दिन प्रशिक्षण दिया गया.

कार्यक्रम में विकासखंड शिक्षा अधिकारी कल्पना टोप्पो, यशस्वी जशपुर के अवनीश पांडेय सहित जशपुर के आठ विद्यालयों के 100 विद्यार्थी सम्मिलित रहे. प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के सभी आठ विकासखंड में टेलीस्कोप मेकिंग वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. पहले दिन जशपुर और पत्थलगांव में वर्कशॉप प्रारंभ किया गया. प्रत्येक वर्कशॉप 3 दिन तक चलेगा. जशपुर में आयोजित वर्कशॉप में सेजेस हिंदी माध्यम, सेजेस नवीन आदर्श, केंद्रीय विद्यालय, एकलव्य विद्यालय, गम्हरिया, महारानी लक्ष्मी बाई कन्या विद्यालय, सरस्वती शिशु मंदिर, संकल्प शिक्षण संस्थान, आदर्श विद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रशिक्षण लिया. विद्यार्थियों के साथ विद्यालय के भौतिकी के व्याख्याता भी उपस्थित रहे.

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