मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. बीमारियों के उन्मूलन के लिए जनजागरुकता प्रसार के तहत इससे बचाव और इलाज के तरीके भी बताएं जा रहे हैं. कलेक्टर कार्यालय के मंत्रणा कक्ष में लिम्फेटिक फाइलेरियासिस उन्मूलन के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अंतर्गत डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण का उद्देश्य लिम्फेटिक फाइलेरियासिस उन्मूलन के लिए आवश्यक दवा वितरण और जन जागरूकता अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करना था. इस प्रशिक्षण में 300 लोगों ने भाग लिया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जी. एस. जातरा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक गणपत कुमार सर, डब्ल्यूएचओ डॉ. स्नेहा, भीबीडी कंसलटेंट सनातन कुजूर, पीसीआई डीएमसी मीरा शर्मा की उपस्थिति में आयोजित लिम्फेटिक फाइलेरियासिस उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले के सभी डॉक्टरों, बीपीएम, एमटीएस, ब्लॉक एजुकेटर, सुपरवाइजर, आरबीएसके टीम लीडर, मितानिन समन्वयक और मितानिन ट्रेनर प्रशिक्षकों की भागीदारी के साथ यह प्रशिक्षण का आयोजन हुआ.
इस अवसर पर डीएमसी पीसीएल ने लिम्फेटिक फाइलेरियासिस उन्मूलन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण मलेरिया, फाइलेरिया और अन्य वेक्टर जनित रोगों के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने सभी प्रतिभागियों से अभियान को सफल बनाने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया.