अजीविका सवर्धन कार्यक्रम अंतर्गत शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार में अतिरिक्त मुख्य कार्यापालन अधिकारी जिला पंचायत प्रदीप राठिया की अध्यक्षता में जिले में विभिन्न प्रकार के उत्पाद विशेषकर बांस लकड़ी और छींद कांसा की टोकरी कालीन एवं हैण्डलूम में जुड़े स्वयं सहायता समूह एवं व्यक्तिगत विशेषकर कारीगरों को संगठित कर उत्तम उत्पादन एवं बाजार व्यवस्था विषय पर चर्चा की गई. इस अवसर पर विजय शरण, युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन और स्व सहायता समूह की महिलाएं बड़ी संख्या उपस्थित थे.
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जिला प्रशासन द्वारा स्व सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है. महिलाओं को उनकी रूचि के अनुसार प्रशिक्षण देकर उनके लिए स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
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