गुरु गुरुघासीदास जयंती और छत्तीसगढ़ शासन के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में समाज कल्याण विभाग जशपुर द्वारा समर्थ आवासीय दिव्यांग प्रशिक्षण केन्द में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में नशा से होने वाले नुकसान के बारे में बताने के साथ ही नशामुक्ति के लिए जनजागरकता फैलाने पर जोर दिया गया.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद अध्यक्ष राधेश्याम राम ने कहा कि वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों के लिए शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित हैं. जिसका लाभ लेकर वे बेहतर एवं सम्मानपूर्वक जीवन व्यतित कर सकते हैं. उन्होंने नशाबंदी से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए इससे दूर रहने की अपील की. कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे बजरंग प्रसाद गुप्ता द्वारा दिव्यांजनों के प्रति संवेदना एवं सम्मान व्यक्त किया और लोगों को नशा से दूर रहने की अपील की.
समाज कल्याण विभाग के उप संचालक टी.पी. भावे ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सुशासन दिवस एवं गुरु घासीदास जयंती को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मद्यनिषेध दिवस के रुप में मनाये जाने के निर्देश के परिपालन में बहुआयामी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में वरिष्ठ शिक्षक ओमदास मौजूद थे.
कार्यक्रम में दृष्टि एवं श्रवण बाधित दिव्यांग छात्र-छात्राओं द्वारा नशा उन्मूलन से प्रेरित गीत एवं नृत्य का प्रस्तुतिकण दिया गया. कार्यक्रम का द्वितीय चरण में वरिष्ठ नगरिकों एवं दिव्यांगजनों को शाल एवं पुष्पमाला से सम्मानित किया गया. सम्मानित दिव्यांग शिक्षकों में ओम दास, सतेन्द्र प्रसाद सिंह, सुबोध तिग्गा, कु. संध्या पैंकरा थे. उक्त अवसर पर छत्तीसगढ़ निःशक्त विकास निगम से व्यवसाय हेतु ऋण प्राप्त कर उसे शत प्रशिशत वापस कर परिवार का भरण-पोषण करने एवं समाज के समक्ष अभिप्रेरणा स्वरुप स्थापित होने पर दिव्यांग अशोक कुमार यादव एवं ललीता पैंकरा को शाल एवं पुष्पमाला से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में समाज कल्याण के समस्त अधिकारी-कर्मचारी, विशेष विद्यालयों के हितग्राही एवं कर्मचारी उपस्थित थे.
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