जसवंतनगर: सदर बाजार में गिरे बिजली के खंभे ने न केवल शहर को अंधेरे में डुबो दिया है बल्कि लोगों के जीवन को भी खतरे में डाल दिया है. यह घटना विद्युत विभाग की घोर लापरवाही का एक और उदाहरण है.
बच्चों की जान दांव पर
सबसे ज्यादा खतरे में हैं हमारे बच्चे स्कूली बच्चे रोजाना इन जर्जर तारों के नीचे से होकर स्कूल जाते हैं. यह सोचना भी डरावना है कि कब कोई हादसा हो जाए.
विभाग की बेरुखी:
स्थानीय लोगों ने कई बार विद्युत विभाग से शिकायत की है, लेकिन विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगती. अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं और कोई ठोस कार्रवाई नहीं करते.
बड़ा हादसा होने की आशंका
यह स्थिति किसी भी समय बड़े हादसे को न्योता दे रही है जर्जर तारों से शॉर्ट सर्किट होने का खतरा बना रहता है. जिससे आग लगने की घटनाएं भी हो सकती हैं.
लोगों में रोष
लोगों में इस लापरवाही के खिलाफ रोष व्याप्त है। वे सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। प्रशासन से मांग है कि वह इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।