जसवंतनगर: दहेज हत्या के दोषी पति को आजीवन कारावास, पुलिस की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति की सराहना

इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के जसवंतनगर थाना क्षेत्र में दहेज के लिए अपनी पत्नी की हत्या करने वाले एक व्यक्ति को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, यह फैसला जनपद में अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को दर्शाता है, जिसकी सराहना स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने की है.

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मामला 5 जुलाई, 2021 का है, जब धौलपुर खेड़ा गांव निवासी संजय ने कथित तौर पर दहेज की मांग पूरी न होने पर अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी थी. पीड़िता के पिता सुरेशचंद्र की रिपोर्ट पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया गया, जिसके बाद जसवंतनगर पुलिस ने गहनता से मामले की जांच शुरू की.

विवेचना के दौरान, पुलिस ने संजय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की गंभीर धाराओं, जिनमें 498A (दहेज के लिए विवाहिता को प्रताड़ित करना), 304B (दहेज मृत्यु), 302 (हत्या), और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3/4 के तहत कार्रवाई की पुष्टि की. इन धाराओं के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया.
मुकदमे की सुनवाई के दौरान, जसवंतनगर पुलिस, जिसमें विशेष रूप से पैरोकार कांस्टेबल पिंटू सिंह शामिल थे, ने अभियोजन पक्ष के साथ मिलकर एक मजबूत टीम के रूप में काम किया। मानीटरिंग व सम्मन सैल और अपर जिला शासकीय अधिवक्ता (ADGC) देवेंद्र तिवारी की टीम ने ठोस और अचूक साक्ष्य अदालत के समक्ष प्रस्तुत किए। इन साक्ष्यों की मजबूती का ही परिणाम था कि एडीजे एफटीसी-1 कोर्ट ने आरोपी संजय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके अतिरिक्त, अदालत ने उस पर 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया, जो पीड़िता के परिवार के लिए कुछ हद तक राहत प्रदान करेगा.

इस महत्वपूर्ण फैसले के बाद, एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मामले में न्याय सुनिश्चित करने वाली पुलिस टीमों, अभियोजन पक्ष और पैरोकारों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनपद में अपराध के प्रति “जीरो टॉलरेंस” की नीति पर पूरी गंभीरता से काम किया जा रहा है. एसएसपी ने स्पष्ट किया कि हर अपराधी को उसके अपराध की सजा दिलाना उनकी और उनकी टीम की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में भी ऐसे जघन्य अपराधों के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। यह फैसला उन सभी के लिए एक कड़ा संदेश है जो दहेज जैसी कुप्रथा के नाम पर महिलाओं के जीवन को समाप्त करने का दुस्साहस करते हैं.

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