जसवंतनगर: बलरई क्षेत्र में एक बेहद दुखद घटना में, उत्तर प्रदेश के राजकीय पक्षी सारस की करंट लगने से मौत हो गई, यह घटना नगला लक्ष्क्षी गांव के पास घटित हुई, जहां सारस का एक जोड़ा निवास कर रहा था. देर शाम, 33 केवी बिजली के तारों में उलझने के कारण यह हादसा हुआ, जिससे सारस ने तड़प-तड़प कर अपनी जान गंवा दी.
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, सारस का यह जोड़ा काफी समय से गांव के आसपास के क्षेत्र में विचरण कर रहा था. देर शाम, जब सारस पक्षी जुगोरा फीडर के लिए गुजर रही 33 हजार वोल्टेज की लाइन के ऊपर से उड़ रहा था, तभी वह दुर्भाग्यवश बिजली के तारों के संपर्क में आ गया। तारों में प्रवाहित उच्च वोल्टेज करंट के कारण सारस को गंभीर झटका लगा और उसकी तत्काल मौत हो गई.
इस घटना की सूचना मिलते ही गांव के समाजसेवी देवेंद्र नेताजी ने तत्परता दिखाते हुए वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया. सूचना मिलते ही वन विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और मृत सारस के शव को अपने कब्जे में लिया. उन्होंने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पोस्टमार्टम के बाद, वन विभाग के अधिकारियों ने राजकीय सम्मान के साथ सारस के शव को दफनाया.
प्रभाव और प्रतिक्रिया:
इस दुखद घटना ने न केवल स्थानीय ग्रामीणों को बल्कि पूरे क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमियों को गहरा आघात पहुंचाया है. सारस का जोड़ा, जो हमेशा साथ देखा जाता था, अब अकेला रह गया है. यह घटना वन्यजीवों के लिए बिजली के तारों से उत्पन्न खतरे को उजागर करती है, और इस बात पर जोर देती है कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए.
वन विभाग ने घटना की जांच शुरू कर दी है और बिजली विभाग से भी अनुरोध किया है कि, वे बिजली के तारों को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक उपाय करें. स्थानीय लोगों ने भी वन्यजीवों के प्रति अधिक संवेदनशील होने और उनकी सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया है.