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निर्विरोध ICC के चेयरमैन चुने गए जय शाह, 1 दिसंबर को पद संभालेंगे, रोहन जेटली बन सकते हैं BCCI के सचिव

कई दिनों की अटकलों के बाद आखिरकार आधिकारिक तौर पर ऐलान हो गया है- जय शाह ही ICC के नए बॉस होंगे. BCCI के मौजूदा सचिव जय शाह को ICC के चेयरमैन पद के लिए निर्विरोध चुन लिया गया है. वो इस पद पर मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल नवंबर में खत्म हो जाएगा. सिर्फ 35 साल के शाह ICC के इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन होंगे.

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पिछले 5 साल से BCCI के सचिव के तौर पर जय शाह ने विश्व क्रिकेट में अपनी खास पहचान बनाई है. दुनिया के ज्यादातर क्रिकेट बोर्ड के प्रशासकों के साथ उनके रिश्ते अच्छे रहे हैं. इसके चलते जय शाह को इस पद के लिए कोई चुनौती पेश नहीं मिली. ICC ने कुछ ही दिनों पहले ग्रेग बार्कले के पद छोड़ने का ऐलान किया था जो लगातार 2 कार्यकाल से ये जिम्मेदारी संभाल रहे थे. ICC के संविधान के मुताबिक चेयरमैन को लगातार 3 कार्यकाल मिलने का प्रावधान है लेकिन न्यूजीलैंड के बार्कले ने तीसरे कार्यकाल से इनकार कर दिया था, जिसके बाद से ही जय शाह के इस पद पर आने की चर्चा तेज हो गई थी.

जय शाह ICC के शीर्ष पद पर पहुंचने वाले 5वें भारतीय हैं. उनसे पहले जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन औ शशांक मनोहर अलग-अलग वक्त पर ICC के बॉस रहे हैं. सबसे पहले ये जिम्मेदारी पूर्व BCCI अध्यक्ष डालमिया ने संभाली थी, जहां से भारतीय क्रिकेट का दबदबा शुरू हुआ था. उसके बाद से ही बाकी प्रशासकों के लिए रास्ते खुले-

  1. जगमोहन डालमिया- 1997-2000 (प्रेसिडेंट)
  2. शरद पवार- 2010-2012 (प्रेसिडेंट)
  3. एन श्रीनिवासन- 2014-2015 (चेयरमैन)
  4. शशांक मनोहर- 2015-2020 (चेयरमैन)

जय शाह के चेयरमैन बनने के साथ ही सबसे ज्यादा टेंशन पाकिस्तान को होने लगी है. पहले से ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ICC में भारतीय बोर्ड के प्रभुत्व की शिकायत करते रहे हैं और खास तौर पर सचिव जय शाह को पाकिस्तानी क्रिकेट की खस्ता हालत के लिए जिम्मेदार बताते रहे हैं. अब शाह के चेयरमैन बनने से पाकिस्तान और भी ज्यादा परेशान होने लगा है. इसकी सबसे बड़ी वजह है अगले साल पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी.

इस टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने पर पहले से ही सवाल हैं, जिसके चलते टूर्नामेंट के पूरी तरह से पाकिस्तान में होने की संभावना नहीं है लेकिन PCB इस भरोसे बैठी थी कि ICC किसी तरह BCCI को इसके लिए मजबूर कर दे. अब शाह के चेयरमैन बनने के बाद बस उनकी एक ‘हां’ के साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर या पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर आयोजित करना पड़ सकता है.

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