कलेक्टर रोहित व्यास की अध्यक्षता में आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कार्यालय में जीवनदीप कार्यकारिणी समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जीवनदीप समिति की अंतर्गत कार्यों एवं आय-व्यय पर चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर ने जिला अस्पताल में संचालित स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की और स्वास्थ्य व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के निर्देश दिए और कहा कि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रो की नियमित साफ-सफाई के निर्देश भी दिए। उन्होंने अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नियमित अपने कार्यस्थल पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए और कहा कि निर्देशों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में लाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मितानिन को समिति की तरफ से 100 रुपए प्रोत्साहन राशि दिए जाने के संबंध में पिछले बैठक में जो निर्णय लिया गया था इसकी प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने जिला अस्पताल में आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था, ओपीडी, आईपीडी, एक्स-रे, सीटी स्कैन सहित अन्य सेवाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की।
बैठक में जीवनदीप समिती ने धोबी और कम्प्यूटर आपरेटर का मानदेय 1000 रूपए बढ़ाने, जीवनदीप समिति के कर्मचारियों के मानदेय 200 रूपए बढ़ाने और सीटी टेक्नीशियन के मानदेय में 5000 हजार रूपए की वृद्धि और जीवनदीप समिति के अंतर्गत रखे गए महिला कर्मियों को 01 माह का पेड मातृत्व अवकाश दिए जाने निर्णय लिया गया। कलेक्टर श्री व्यास ने कहा कि जीवनदीप समिति के तहत कोई भी कार्य या भुगतान विधिवत अनुमोदन के मान्य नहीं होगा।
इसके अलावा कलेक्टर ने जिला अस्पताल में पदस्थ विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ की भी जानकारी लेने के अलावा अस्पताल द्वारा संचालित स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी सुदृढ़ किए जाने के संबंध में अधिकारियों और जीवनदीप समिति के सदस्यों से विस्तार से चर्चा की। बैठक में डिप्टी कलेक्टर श्री हरिओम द्विवेदी, श्रीमती रजनी प्रधान, श्री संतोष सिंह, श्री आलोक राय, सीएमएचओ डॉ. जी.एस. जात्रा, सीएस डॉ. विपिन इंदवार, सीएमओ जशपुर योगेश्वर उपाध्याय, पुलिस विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।