झारखंड हाईकोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. मामला अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़ा है. उनके खिलाफ प्रताप कुमार नामक BJP कार्यकर्ता ने चाईबासा की निचली अदालत में शिकायतवाद दायर किया था. इस पर निचली अदालत ने संज्ञान लिया था. उस संज्ञान को निरस्त करने के लिए राहुल गांधी की ओर से झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर है.
उसी मामले में आज जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की कोर्ट में सुनवाई हुई. लेकिन राहुल गांधी के अधिवक्ता ने पक्ष रखने के लिए समय की मांग की. इस पर कोर्ट ने एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. मामले की अगली सुनवाई ग्रीष्म अवकाश के बाद होगी. यह जानकारी झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने दी.
वहीं, याचिकाकर्ता के अधिवक्ता विनोद कुमार साहू ने बताया कि यह मामला 2018 का है. 2018 में कांग्रेस के अधिवेशन में राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि BJP में एक हत्यारा राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है. यह कांग्रेस में संभव नहीं है. इस बयान पर प्रताप कुमार ने चाईबासा की निचली अदालत में शिकायतवाद दाखिल किया था. इसपर सज्ञान लेते हुए निचली अदालत ने राहुल गांधी को समन जारी किया था.
उस समन को निरस्त करने के लिए राहुल गांधी की ओर से हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई चल रही है. उन्होंने बताया कि इस मामले में पूर्व में भी राहुल गांधी के अधिवक्ता की ओर से दो बार समय की मांग की जा चुकी है. तीसरी बार समय मांगने पर जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की अदालत ने राहुल गांधी पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया है.