झारखंड के रामगढ़ जिले में टीचर सोनाली कुमारी की आत्महत्या के मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है. मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठते ही बोकारो रेंज के आईजी क्रांति कुमार गड़िदेशी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए केस के जांच अधिकारी ओंकारपाल सिंह को निलंबित कर दिया है. आईजी ने स्पष्ट किया कि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा.
25 साल की सोनाली कुमारी ने बुधवार रात अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सुसाइड से पहले उसने चार पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने रामगढ़ पुलिस पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था. सोनाली पिछले कई महीनों से रांची रोड निवासी सौरभ सिंह के आत्महत्या मामले में पूछताछ के लिए बार-बार थाने बुलाए जाने से मानसिक दबाव में थी.
बताया जा रहा है कि सौरभ सोनाली से एकतरफा प्यार करता था और उसके इनकार के बावजूद लगातार उसे तंग करता था. सोनाली के पिता विमल सिंह ने बताया कि सौरभ और उसके परिवार वाले सोनाली को शादी के लिए मजबूर करते थे.
उन्होंने महिला थाना में इसकी शिकायत भी दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने केवल एक सादा बॉन्ड भरवा कर मामला खत्म कर दिया. इसके बावजूद सौरभ अपनी हरकतों से बाज नहीं आया. दिसंबर 2024 में सौरभ ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद सोनाली पर इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई और पुलिस लगातार उसे थाने बुला रही थी.
सोनाली के पिता ने बेटी के अंतिम संस्कार के बाद हाथ में अस्थि कलश लेकर आईजी से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई. इस पर आईजी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जांच अधिकारी को निलंबित कर दिया और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया.