जम्मू एंड कश्मीर बैंक के शेयर बुधवार को शुरुआती कारोबार में 4 फीसदी तक टूट गए. इस शेयर में बड़ी गिरावट की वजह GST टैक्स डिमांड रहा. बैंक से 8,161 करोड़ रुपये का जीएसटी डिमांड किया गया है, जबकि 8,161 करोड़ रुपये की जीएसटी पेनल्टी लगाई गई है. यह GST Tax Demand कंपनी के मार्केट कैप से ज्यादा है. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 11,210 करोड़ रुपये है.
बीएसई पर यह शेयर दोपहर साढ़े12 बजे 3.83 फीसदी गिरकर 99.35 रुपये पर था. J&K Bank ने कहा कि जीएसटी डिमांड को लेकर उसके पास मजबूत पक्ष है. बैंक ने कहा कि एक्सपर्ट्स के आधार पर उसे विश्वास है कि मांग कानूनी कार्रवाई के बिना है, और इसे कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया जाएगा.
बैंक ने कहा कि हमने जीएसटी डिमांड को लेकर उचित कानूनी मदद ली है. कानूनी कदम और एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर जीएसटी डिमांड का बैंक के फाइनेंशियल कंडीशन, ऑपरेशनल या अन्य बैंक एक्टिविटी पर कोई फिजिकल इम्पैक्ट नहीं पड़ेगा. दरअसल बैंक का कहना है कि इस जीएसटी डिमांड से बैंक के बिजनेस पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.
बैंक ने GST डिमांड को लेकर क्या कहा?
जेएंडके बैंक ने कहा कि कॉरपोरेट हेडक्वाटर्स और ब्रांचेज के बीच प्राप्त होने वाले ब्याज को फाइनेंशियल सर्विसेज के रूप में माना गया है और इस पर जीएसटी लगाया गया है. जीएसटी डिमांड नोटिस 8 जुलाई 2017 से 31 मार्च 2020 के समय के दौरान का है. यह डिमांड टीपीएम के तहत पैसे ट्रांसफर करने पर लगाया गया है.
जेएंडके बैंक ने बताया कि टीपीएम का सबसे महत्वपूर्ण कार्य बैंक की अलग-अलग व्यावसायिक यूनिट्स के बीच पैसे के ट्रांसफर के लिए एक बेस प्रदान करना है. ऐसे में इसपर जीएसटी की डिमांड करना गलत है.
शेयरों का कैसा रहा है प्रदर्शन?
पिछले एक साल के दौरान जम्मू और कश्मीर बैंक के शेयर 30 फीसदी टूटे हैं, जबकि पांच साल के दौरान यह शेयर 346 फीसीद चढ़ा है. इसके अलावा, इस शेयर ने 1999 से लेकर अभी तक इस शेयर ने 4,984.50% का रिटर्न दिया है. छह महीने में इस शेयर ने 8 फीसदी की गिरावट आई है. जबकि पिछले साल में यह शेयर 3.71 फीसदी की तेजी आई है.