झामुमो ने जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. इसके साथ ही पार्टी ने बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रोम को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया. लोबिन हेम्ब्रोम ने राजमहल लोकसभा सीट से मौजूदा झामुमो सांसद विजय हंसदक के खिलाफ स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है.
बता दें, तीन बार की विधायक सीता सोरेन साल 2009 में अपने पति दुर्गा सोरेन की मृत्यु के बाद से पार्टी में अलग-थलग पड़ गई हैं. झामुमो पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए वह 20 मार्च को नई दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गई थीं.
भाजपा ने मौजूदा सांसद सुनील सोरेन की जगह उन्हें दुमका लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. साल 2019 के चुनाव में उन्होंने झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन को 47,590 मतों के अंतर से हराया था.
उनके ससुर और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन द्वारा हस्ताक्षरित एक कार्यालय आदेश के अनुसार पार्टी की विधायक सीता सोरेन को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित किया गया है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा जारी आदेश पत्र में कहा गया है कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ गंभीर और निराधार आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ ही उन्होंने दुमका सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया है. इससे साफ है कि उन्होंने पार्टी और वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ झूठे आरोप लगाए थे. चुनाव लड़ने के लिए उन्हें छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से मुक्त किया जा रहा है.
दूसरी ओर, पार्टी से निकाले जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीता सोरेन ने कहा कि वह पहले ही झामुमो को अपना इस्तीफा सौंप चुकी हैं. अब उनका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. उन्हें JMM से कोई उम्मीद नहीं है. वह मेरे परिवार का सम्मान करने में विफल रही है. उन्होंने उनके दिवंगत पति को भी याद नहीं किया है.
सीता सोरेन ने कहा कि उनके पति दुर्गा सोरेन ने JMM को मजबूत करने के लिए अपना खून-पसीना बहाया था. बाद में उनकी मौत हो गई थी. उन्होंने उनकी मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. बता दें, दुर्गा सोरेन का 2009 में बोकारो में निधन हो गया था. बता दें, सोरेन परिवार में दरार तब सामने आई थी जब सीता सोरेन ने कल्पना सोरेन को सीएम बनाने के किसी भी कदम का खुलकर विरोध किया था.
इस बीच, JMM विधायक लोबिन हेम्ब्रोम को भी गठबंधन के हित के खिलाफ काम करने और राजमहल सीट से नामांकन दाखिल करने के लिए निष्कासित कर दिया गया. पार्टी द्वारा हंसदक के चयन के विरोध में बोरियो विधायक हेम्ब्रम ने राजमहल से अपना नामांकन दाखिल किया.
JMM के बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा ने 24 अप्रैल को लोहरदगा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था, जो गठबंधन में सीट-बंटवारे के समझौते के अनुसार कांग्रेस के पास चली गई. JMM ने इस महीने की शुरुआत में लिंडा को पार्टी से निलंबित कर दिया था.