राजस्थान के जोधपुर कल गुरुवार को स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का लोकार्पण कर दिया गया. पिछले 10 दिनों से जारी मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन कल खत्म हो गया. गांधीनगर और दिल्ली के बाद जोधपुर में देश का तीसरा स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर है. आयोजन के दौरान गुरु महंत स्वामी महाराज ने मंदिर के निर्माण में सहयोग देने वाले कारीगरों से मुलाकात की और उनका शाही सम्मान किया गया.
कालीबेरी सुरसागर में नवनिर्मित स्वामीनारायण मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन भव्य तरीके से मनाया गया. इस दौरान गुरु महंत स्वामी महाराज ने कल गुरुवार को यह इच्छा व्यक्त की कि मंदिर निर्माण में सहयोग देने वाले हर कारीगर का मुझे पूजन और सम्मान करना है. फिर स्वामीजी महाराज के निर्देश के अनुसार आज शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे शिल्पियों के सम्मान के लिए विशिष्ट सभा का आयोजन किया गया. गुरुजी की साक्षात उपस्थिति में सभी कारीगरों का शाही सम्मान किया गया.
इस दौरान महंत स्वामी महाराज ने सभी को आशीर्वाद भी दिया. उन्होंने सभी श्रमिक शिल्पी के साथ फोटो भी खिंचवाई और उसे बहुमान दिया. कार्यक्रम के बाद कारीगर उदय सिंह ने बताया, “यह मेरे जीवन का अविस्मरणीय दौर है. हम लोगों को ऐसा सम्मान कौन दे सकता है? आज हम कृतार्थ हो गए हैं.”
“हम आपको दंडवत प्रणाम करें तो भी कम”
महंत स्वामीजी महाराज ने अपने आशीर्वाद में कहा, “आप छोटे लोग नहीं हैं. भले ही आप कोई भी काम करते हो, किंतु यहां मंदिर के निर्माण में आप लोगों ने काम किया, इसलिए आप सब लोग अब महान भक्त बन गए हैं, अक्षरमुक्त बन गए हैं. आप सभी एकांतिक भक्त बन जाएंगे. हम आप सभी को दंडवत प्रणाम करें तो भी कम है.”
जोधपुर का यह मंदिर देश का तीसरा स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर है. इससे पहले गांधीनगर और दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर हैं. कुल मिलाकर यह मंदिर दुनिया का पांचवां अक्षरधाम मंदिर है. भारत से बाहर लंदन और अबू धाबी में अक्षरधाम मंदिर है.