कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को दहलाने की साजिश के पीछे के आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार कार्रवाई जारी है. घटनास्थल के आसपास के गांव से लोगों को पुलिस हिरासत पर ले रही है. ऐसे लोग जिनकी गतिविधियां संदिग्ध रही हैं, उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस अब तक 30 से अधिक लोगों को हिरासत में ले चुकी है.
इसी सिलसिले में पुलिस ने मुंडेरी गांव के रहने वाले आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. इनमें एक ही परिवार के चार लोगों भी शामिल हैं, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया है. इनमें से पुलिस ने एक शख्स को पूछताछ के बाद छोड़ दिया है. बाकी लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ लगातार की जा रही है. ऐसे में पूरे परिवार में हड़कंप बचा हुआ है. परिवार के लोग हिरासत में लिए गए लोगों को निर्दोष बता रहे हैं.
पुलिस ने इसरार और इकरार, उनके 70 वर्षीय पिता मोहम्मद अनीस को हिरासत में लिया. बाद में मोहम्मद अनीस को छोड़ दिया गया. मोहम्मद अनीस ने कहा, ‘मेरे परिवार के तीन सदस्यों पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिसमें मेरे दो बेटों और उनका मामा भी शामिल है. पुलिस ने सोमवार रात 10 बजे से उन्हें हिरासत में रखा है और कह रही है कि पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ देंगे. मुझसे भी पूछताछ किया और उसके बाद छोड़ दिया.’
उन्होंने आगे बताया, ‘पुलिस ने मुझसे दो घंटे तक पूछताछ की और उसके बाद छोड़ दिया. पुलिस ने मुझसे पूछा कि किस मस्जिद में नमाज पढ़ते हो, तुम्हारी कास्ट क्या है. वहीं कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं काम धंधा वाला आदमी हूं और रोज उसी में लगा रहता हूं. पटरी के तरफ कौन आया और कौन गया हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं.’
कानपुर में रविवार को कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश के पीछे UP ATS (आतंकवाद निरोधी दस्ते) ने आतंकी संगठन खुरासान मॉड्यूल का हाथ होने का संदेह जाताया है. सूत्रों की मानें तो ATS इस एंगल से भी जांच कर रही है कि इसके पीछे IAS के खुरासान मॉड्यूल का हाथ हो सकता है.
इस मॉड्यूल के लड़के खुद को कट्टरपंथी बनाकर वुल्फ अटैक करते हैं. इस तरह के हमले 2017 में मध्य प्रदेश की ट्रेनों में हुए थे. इसके बाद तेलंगाना एटीएस की खुफिया सूचना के आधार पर यूपी एटीएस ने लखनऊ में एक मुठभेड़ में मॉड्यूल के सदस्य सैफुल्लाह को मार गिराया था.
सैफुल्लाह के पास से सिलेंडर बम और IED आदि बनाने का सामान मिला था. इस मामले में कानपुर के जाजमऊ इलाके से कई लड़कों को गिरफ्तार किया गया था. ऐसे में अधिकारियों को शक है कि आईएस और आईएसआई के इशारे पर ट्रेनों में लोन वुल्फ अटैक किए जा सकते हैं. एनटीएस ने यह भी संदेह जताया है कि कट्टरपंथियों के साथ-साथ पैसे के लिए हमला करने वाले लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं. हालांकि, पूरे मामले की जांच की जा रही है.