बुजुर्ग की संदिग्ध मौत का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मृतक मनोहर निर्मलकर की हत्या उसकी बहू गीता निर्मलकर (30) और उसके प्रेमी लेखराम निषाद (45) ने मिलकर की थी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जानकारी 17 जुलाई को मृतक के भाई भानू राम निर्मलकर ने पुलिस को सूचना दी थी कि मनोहर की मौत संदेहास्पद है।
पोस्टमार्टम के बाद गीता ने कबूला जुर्म
पुलिस जांच में शव के चेहरे और गले पर खरोंच और जलने के निशान पाए गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में करंट लगने से मौत की पुष्टि हुई, जिससे मामला हत्या में बदल गया। पूछताछ में गीता ने स्वीकार किया कि उसका ससुर शराब के नशे में अक्सर गाली-गलौज और मारपीट करता था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान थी। उसने अपने प्रेमी लेखराम निषाद (वाद्ययंत्र शिक्षक) के साथ मिलकर ससुर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
करंट देकर बुजुर्ग की ली जान
16 जुलाई की रात जब मनोहर परछी में सो रहा था, तब लेखराम प्लास्टिक ग्लब्स और बिजली वायर लेकर गीता के घर पहुंचा। दोनों ने मिलकर बिजली का करंट देकर मनोहर की हत्या कर दी। बाद में गीता ने चेहरे पर हल्दी-गुलाल लगाकर दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की और साइकिल से गिरने से मौत की झूठी कहानी फैलाई।
हत्या में प्रयुक्त लोहे का सब्बल, गमछा व अन्य सामान किया जब्त
पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर गीता के घर से लोहे का सब्बल, गमछा व अन्य सामग्री जब्त की है। लेखराम के घर से प्लास्टिक ग्लब्स, बिजली वायर, प्लग, साइकिल और मोबाइल बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।