ग्वालियर: 6 दोस्तों के साथ महाकुंभ गए थे कामता बघेल, भगदड़ में हुए बेहोश और चली गई जान

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ गच गई, जिसमें अब तक 30 लोगों की मौत हो गई है और करीब 90 लोग घायल हैं. कई लोग अपनों को खोज रहे हैं. भगदड़ के बाद किसी चेहरे पर अपनों को खोने के दुख था, तो वहीं किसी चेहरे पर अपनों के खो जाने की चिंता थी. महाकुंभ में मध्य प्रदेश से आए एक शख्स की भी मौत हो गई. वह अपने 6 दोस्तों के साथ प्रयागराज पहुंचे थे.

Advertisement

बताया जा रहा है कि मौनी अमावस्या स्नान के बाद ग्वालियर जिले से तीन लोगों के लापता होने की जानकारी आई थी. फिर बुधवार शाम को कामता बघेल की मौत की खबर मिली. मंगलवार-बुधवार की रात शाही स्नान के बाद काफी संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचे थे. इस दौरान श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई और लोग जमीन पर गिर गए, जिन्हें कुचलते हुए भीड़ आगे बढ़ गई.

6 दोस्तों के साथ महाकुंभ गए थे

इसी हादसे में अमृत स्नान करने ग्वालियर जिले के डबरा क्षेत्र के टेकनपुर से कामता बघेल अपने 6 दोस्तों के साथ महाकुंभ गए थे. वह अपनी प्राइवेट गाड़ी से प्रयागराज पहुंचे थे और अपने किसी जानकार के कैंप में ठहरे थे. उनके दोस्तों ने बताया कि कामता संगम जाने के लिए कैंप से बाहर निकले ही थे. तभी उसके कुछ देर बाद वह बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई.

कामता अचानक हो गए थे बेहोश

हालांकि कामता को लेकर कुछ लोगों ने कहा कि वह भगदड़ में बेहोश हो गए थे. इसलिए उनकी मौत भगदड़ से हुई या दहशत ये कहा नहीं जा सकता. कामता के परिजनों ने उनकी मौत की वजह पता लगाने की मांग की है. उनके अलावा भितरवार तहसील से हरि साहू अपनी पत्नी शकुंतला साहू के साथ महाकुंभ पहुंचे थे, जो लापता हो गए थे. हालांकि हरि साहू की फोन पर उनके परिजनों से बातचीत हुई, तो उन्होंने बताया कि वह महाकुंभ में भगदड़ में लापता हुईं अपनी पत्नी को तलाश रहे हैं.

Advertisements