बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी से भाजपा सांसद कंगना रणौत बिजली बिल को लेकर लगातार सरकार पर निशाना साध रही हैं. हिमाचल में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पलटवार किया है और कंगना को मनोरंजन का साधन करार दिया है. उन्होंने कहा कि लोग उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं.
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि कंगना कलाकार हैं और राजनीतिक मंचों पर अभी भी कलाकार वाली भूमिका निभा रही हैं. वह एक राजनीतिक व्यक्तित्व नहीं है. उन्हें राजनीति सीखने की जरूरत है. अभी भो वो डायलॉग हो बोलती हैं.
कंगना रणौत का बिजली बिल एक लाख रुपए आने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने 3 महीने से बिल नहीं चुकाया था. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सरकार को भेड़िए की संज्ञा देकर वह केवल सनसनी फैलाना चाहती हैं. हर्षवर्धन ने कंगना को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें एक सांसद के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए और क्षेत्र के विकास के लिए काम करना चाहिए.
कंगना के आरोप से गरमाई सियासत
बता दें कि कंगना रनौत के बयान के बाद राज्य की सियासत गरमा गई थी. कंगना रनौत ने सरकार पर बिजली बिल को लेकर हमला बोला था. उसे लेकर मंत्रियों ने भी कंगना पर पलटवार शुरू कर दिया है. उसेक बाद कंगना के आरोप को लेकर हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड लिमिटेड ने भी सफाई दी थी. बोर्ड ने साफ कहा कि कंगना को बकाये बिल दिए गये हैं, जिनका भुगतान उन्होंने नहीं किया है.
कंगना के आरोप पर बिजली बोर्ड ने दी थी सफाई
भाजपा सांसद कंगना रनौत के बिजली बिल को लेकर लगाए गए आरोप के बाद हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड लिमिटेड ने सफाई दी थी. हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड लिमिटेड केप्रबंध निदेशक संदीप कुमार कहा था कि कंगना रनौत का बिजली बिल का बकाया है. यह राशि केवल एक महीने कृे बिल नहीं है, बल्कि बकाया राशि को मिलाकर है.
उन्होंने कहा किकंगना रनौत की ओर से नवंबर और दिसंबर के बिल का भुगतान जनवरी में किया गया था. उसके बाद जनवरी और फरवरी माह के बिल का भुगतान नहीं किया गया था.