शादीशुदा जिंदगी में पत्नी पर शक करना कानपुर के एक व्यक्ति को भारी पड़ गया. नतीजा बेलन की मार तक पहुंच गया. दरअसल, कानपुर के बिठूर इलाके में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग एप इंस्टाल कर दिया था. जब पत्नी को इस बारे में पता चला तो उसने गुस्से में आकर बेलन से पति की जबरदस्त कुटाई कर दी, इसके बाद पति थाने पहुंचा तो पत्नी ने वहां भी उसको ट्रेलर देना शुरू कर दिया. आखिरकार पुलिस ने दोनों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया.
जानकारी के अनुसार, यह मामला कानपुर के बिठूर इलाके के मंधाना पुलिस चौकी के पास का है. यहां फैक्ट्री में काम करने वाला युवक अपनी पत्नी के साथ किराए पर रहता है. उसे शक था कि जब वह फैक्ट्री चला जाता है तो उसकी पत्नी मोबाइल पर किसी से बात करती है. शायद उसका किसी से अफेयर है.
इसी को लेकर उसने अपने दोस्त से मोबाइल में रिकॉर्डिंग का सिस्टम समझा, फिर चुपचाप पत्नी के मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग ऐप इंस्टाल कर दिया. इसके बाद उसने यह सोचकर मोबाइल चुपचाप पत्नी के पास रख दिया कि पत्नी जिससे भी बात करेगी, उसकी रिकॉर्डिंग सुनने को मिल जाएगी.
इसके बाद वह फैक्ट्री में ड्यूटी पर गया. जब लौटकर आया तो उसका दिमाग सीधे पत्नी के मोबाइल पर गया. वह पत्नी का मोबाइल लेकर छत पर गया और दिनभर में किस-किस से बात हुई, उसकी रिकॉर्डिंग सुनने लगा. इधर घर में मोबाइल न मिलने पर पत्नी उसको ढूंढ़ते हुए छत पर पहुंच गई. पत्नी ने देखा कि पति मोबाइल में रिकॉर्डिंग सुन रहा है.
इसको लेकर दोनों में बहस हो गई. पत्नी का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उसने बेलन उठाकर पति की कुटाई कर दी और घर से निकाल दिया और कहा कि अब घर में घुसना मत. पत्नी की पिटाई से डरा पति सीधे बिठूर थाने पहुंचा, जहां उसकी कंप्लेंट सुनते ही थानेदार भी असमंजस में पड़ गए कि वे इसकी रिपोर्ट लिखें या उसके परिवार में समझौता कराएं, क्योंकि अगर पति की रिपोर्ट लिख लेते हैं तो पत्नी पर कार्रवाई करनी पड़ती, फिर दोनों का साथ रहना मुश्किल था.
ऐसे में थानेदार ने उसकी पत्नी को थाने बुलवाया. जहां दोनों को सामने बैठाकर एक दूसरे की शिकायत सुनी. पत्नी ने आरोप लगाया कि पति मुझ पर शक करते हैं. इस दौरान करीब 1 घंटे की पंचायत के बाद थानेदार ने पति को समझाया कि तुम पत्नी पर शक मत करो, उसका मोबाइल छूना गलत है. उस पर विश्वास करो. इस दौरान पति ने अपनी गलती मान ली, जिसके बाद दोनों को राजी खुशी घर भेज दिया गया. थानेदार ने अपने सामने मोबाइल में जो कॉल रिकॉर्डिंग ऐप इंस्टाल किया गया था, उसे डिलीट करवा दिया.
थाना इंचार्ज प्रेम नारायण विश्वकर्मा ने बताया कि पत्नी एक मेडिकल कॉलेज में कर्मचारी है, जबकि उसका पति एक मसाला कंपनी में कर्मचारी है. पत्नी की अपने इंचार्ज से बातचीत होती थी. उसके पति को इसी पर शक था. इसीलिए उसने पत्नी का मोबाइल चेक किया था. थाने में तीनों पक्षों को बुलाया गया, जहां पति ने माफी मांगी. इसके बाद सबको राजी खुशी से घर भेज दिया गया. पति को जिस पर शक था, वह व्यक्ति अपने बेटे के साथ आया था. उसने कहा कि मेरा इतना बड़ा बेटा है, मेरा उनकी पत्नी से क्या मतलब. उनको बेवजह शक हो रहा था. इसके बाद युवक अपनी पत्नी को लेकर घर चला गया.