टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली हाल ही में कोच रमाकांत आचरेकर के एक मेमोरियल इवेंट में पहुंचे हुए थे. इस दौरान उनकी मुलाकात बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर से हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो उनकी नाजुक हालत साफ तौर पर देखी जा सकती है. वह शरीर से काफी कमजोर दिख रहे थे और इवेंट के दौरान बोलने में संघर्ष कर रहे थे. उनकी ये हालत देखकर फैंस और टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ियों ने चिंता जताई है. इस बीच भारत के दिग्गज खिलाड़ी कपिल देव कांबली की मदद के लिए आगे आए है और इलाज की खर्च उठाने की बात कही है. लेकिन इसके लिए एक शर्त रखी है.
कपिल देव ने कांबली के सामने रखी ये शर्त
विनोद कांबली को शराब की लत है. इसकी वजह से उनके कई साथी क्रिकेटर्स उनसे दूर गए हैं. कोच आचरेकर के मेमोरियल इवेंट में भी सचिन उनसे मिलते वक्त काफी हिचक रहे थे. कांबली ने उनका हाथ पकड़ लिया था और जाने नहीं दे रहे थे. हालांकि, इन सब के बावजूद भारत को पहली बार विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान कपिल देव समेत उनकी टीम के कई खिलाड़ियों ने मदद का ऑफर दिया है.
1983 वर्ल्ड कप विनर टीम के बलविंदर सिंधू ने कहा है कि कपिल देव से उनकी बात हुई है और वो आर्थिक रूप से कांबली की मदद करना चाहते हैं. संधु ने आगे कहा कि ‘लेकिन वो चाहते हैं कि खुद कांबली पहले रिहैब के लिए जाएं. इसके बाद चाहे इलाज कितनी भी लंबी चले, सभी मिलकर बिल भरने के लिए तैयार हैं.’ बता दें इसके पहले इन्हीं खिलाड़ियों ने पूर्व खिलाड़ी और कोच अंशुमान गायकवाड़ को कैंसर की इलाज में मदद की थी.
Two friends, same talent: one a legend admired globally, the other a story of what could’ve been. Sachin Tendulkar thrives as a role model, while Vinod Kambli fades away. Talent gets you started, but discipline keeps you going. Choose wisely.
— Godman Chikna (@Madan_Chikna) December 3, 2024
कांबली के करीबी ने किया इनकार
विनोद कांबली के करीबी और भारत के पूर्व घरेलू अंपायर मार्कस क्यूटो ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में किसी भी इलाज करवाने से मना कर दिया है. उन्होंने खुलासा किया कि कांबली को कई गंभीर बीमारियां हैं. वह पहले भी 14 बार रिहैब के लिए जा चुके हैं. इसलिए अब उन्हें वापस रिहैब भेजने का कोई मतलब नहीं है. वो खुद 3 बार उन्हें रिहैब के लिए लिए लेकर गए लेकिन कुछ काम नहीं आया और उनकी लत नहीं छूटी.