भारत में मिठाइयों की खास जगह होती है. यहां हर खुशी के मौके पर लोग मिठाई खाना पसंद करते हैं. वहीं खाना खाने के बाद भी कुछ लोगों मिठा खाने की क्रेविंग होती है. चाहे ईद हो या दिवाली घरों में मिठाईयां जरूरत बनती हैं. यहां हर राज्य, हर शहर की अपनी एक खास मिठाई होती है, जो न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होती है बल्कि उसके पीछे कोई ना कोई दिलचस्प कहानी भी होती है. ऐसी ही एक मिठाई है कराची हलवा. नाम सुनते ही लोगों के मन में पहला सवाल यही आता है कि “क्या ये पाकिस्तान के कराची से आई है?” और यह सवाल बिल्कुल जायज भी है.
जी हां, यह मिठाई पाकिस्तान से ही भारत आई है. कराची हलवा का इतिहास जितना दिलचस्प है, उतना ही इसका भारत से जुड़ाव भी खास है. यह मिठाई दिखने में रंग-बिरंगी, जैली जैसी और बेहद स्वादिष्ट होती है. आज इस जानेंगे कि कराची हलवा क्या है, इसका इतिहास क्या है, भारत से इसका क्या खास कनेक्शन है. साथ ही इससे जुड़ी कुछ रोचक बातें, जिन्हें जानकर आप भी कहेंगें ‘वाह’.
क्या है कराची हलवा?
कराची हलवा को कॉर्नफ्लोर, चीनी, घी और ड्राय फ्रूट्स से तैयार किया जाता है. इसका टेक्सचर जेली जैसा होता है, जिसे लाल, पीले और हरें रंग का बनाया जाता है. यह हलवा धीरे-धीरे चबाने वाला होता है और लंबे समय तक खराब नहीं होता. इस मिठाई को आप 6 महीने तक भी स्टोर करके रख सकते हैं
भारत से है गहरा कनेक्शन
कराची हलवा पाकिस्तान की ट्रेडिशनल मिठाई है. लेकिन इसे भारत में भी खूब पसंद किया जाता है. भारत में कराची हलवे को बॉम्बे हलवे के नाम से जाना जाता है. इसके नाम के पीछे की भी एक दिलचस्प कहानी है. दरअसल, इस हलवे को कराची शहर के आया का हलवाई परिवार भारत लाया था, जिसे आज चंदू हलवाई कराचीवाला के नाम से जाना जाता है. विभाजन के बाद चंदू हलवाई ने ही मुंबई में इस हलवे को बेचना शुरू किया था. धीरे-धीरे यह मिठाई मुंबई के जरिये भारत के अन्य राज्यों में फैल गई और आज यह मिठाई की दुकानों का आम हिस्सा बन चुकी है.
कराची हलवे से जुड़ी रोचक बातें
नाम में पाकिस्तान, स्वाद में हिंदुस्तान- इस मिठाई का नाम भले ही कराची का है, लेकिन आज यह मिठाई पूरी तरह से भारत में बनती और पसंद की जाती है.
लॉन्ग शेल्फ लाइफ- इस मिठाई की सबसे खास बात ये है कि इसे करीब 6 महीने तक रख कर खाया जा सकता है. इसलिए इसे सफर में ले जाना बहुत आम है.
कॉर्नफ्लोर का कमाल- जहां हलवों को सूजी, बेसन या आटे से बनाया जाता है. वहीं इस कराची हलवे को बनाने के लिए कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल होता है.
कराची हलवे का टेक्सचर- कराची हलवा बाकी हलवों से काफी अलग होता है. इस हलवे का टेक्सचर जेली जैसा और ट्रांसपेरेंट होता है. वहीं, इसे स्क्वायर शेप में कट किया जाता है.