करौली: रामपुर धाबाई गंगापुर रोड करौली में सतवीर चंदीला की अध्यक्षता में 56 गांव की संयुक्त महापंचायत का आयोजन किया गया. इस महापंचायत में हजारों ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. सभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि चरागाह भूमि 56 गांवों की साझा संपत्ति है और इसे किसी भी भू-माफिया को हड़पने नहीं दिया जाएगा.
ग्रामीणों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि यह भूमि गाँव की थी, है और हमेशा गांव की ही रहेगी. महापंचायत को संबोधित करते हुए सतवीर चंदीला ने कहा, “यह लड़ाई हमारी चरागाह भूमि की रक्षा की है, जो गाँव की जीवनरेखा है. हम सबको शांति और एकजुटता के साथ संघर्ष करना होगा. जब तक हमारी सांसें चल रही हैं, कोई भी भू-माफिया इस ज़मीन पर कब्ज़ा नहीं कर पाएगा.
यह भूमि हमारे पूर्वजों की धरोहर है और हम इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए हर हाल में सुरक्षित रखेंगे. “महापंचायत में सियाराम प्रधान, लोकेंद्र छावड़ी, अशोक धाबाई, सियरमौर सरपंच अरुण शर्मा, कल्याण, नेमीचंद चतुर्वेदी, गिर्राज मामचरी, लखन मीना, प्यारे लाल माली, जमुना लाल मास्टर, चंद्र पटेल, प्रहलाद मीना, अखिलेश मीना मामचरी, नथुआ पटेल (कुंजी सरपंच), के.के. शर्मा, अरुण बैंसला, घनश्याम सरपंच सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
महिलाओं और युवाओं की भारी भागीदारी ने महापंचायत में उत्साह और जोश को और बढ़ा दिया. गायकों और कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से लोगों का मन मोह लिया, जिससे लोक संस्कृति की छटा बिखरी और माहौल जीवंत बना रहा. सभा देर तक सक्रिय और ऊर्जावान रही. यह महापंचायत न केवल ग्रामीण एकता का प्रतीक बनी, बल्कि चरागाह भूमि की रक्षा के लिए सामूहिक संकल्प को भी दर्शाती है.