10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं. पूरा दिन व्रती उपवास रखती हैं और रात को चंद्र दर्शन करने के बाद ही व्रत का पारण करती हैं. ये त्योहार पति -पत्नी के बीच प्यार बढ़ाने का त्योहार भी माना जाता है. ऐसी भी मान्यता है कि इस मौके पर कुछ विशेष उपाय और पूजा विधि अपनाकर पति-पत्नी के बीच किसी भी तरह की अनबन या मनमुटाव को दूर किया जा सकता है. करवा चौथ के दिन ये उपाय न केवल वैवाहिक संबंधों को सुधारते हैं, बल्कि जीवन में सुख, शांति और प्रेम भी बढ़ाते हैं. जानते हैं उन उपायों के बारे में
करवा चौथ के दिन जरूर करें सोलह श्रृंगार
करवा चौथ के दिन सोलह श्रृंगार और पूजा-पाठ करना न केवल परंपरा का हिस्सा है, बल्कि यह वैवाहिक जीवन को मजबूत और खुशहाल बनाने का भी एक महत्वपूर्ण उपाय माना जाता है. करवा चौथ के दिन सोलह श्रृंगार करके मां लक्ष्मी और पार्वती की पूजा करें. उपवास के दौरान पूरे दिन ध्यान, मंत्र जाप करें. रात में चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलें. इससे पति-पत्नी के बीच प्रेम और आपसी समझ बढ़ती है.
करवा चौथ के दिन पहनावे और रंग भी धार्मिक महत्व रखते हैं. लाल रंग को पारंपरिक रूप से प्रेम, शक्ति और अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि लाल रंग के वस्त्र पहनने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.
भगवान गणेश की पूजा
अगर किसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच बहस या तनाव हो गया है, तो करवा चौथ के दिन भगवान गणेश की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है. पूजा के समय एक दीपक लें और उसमें हल्दी डालकर आरती करें. ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच किसी भी तरह के मतभेद या अलगाव दूर होते हैं.
चंद्रमा को अर्घ्य
चंद्रमा शांति, मानसिक संतुलन और प्रेम का प्रतीक माना जाता है. करवा चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से पति-पत्नी के बीच स्नेह और समझदारी बढ़ती है. करवा चौथ पर रात में एक साफ बर्तन लें और उसमें कच्चे दूध की कुछ बूंदें डालें. इस दूध वाले पानी से चंद्रमा को अर्घ्य दें. अर्घ्य देते समय “ऊं नम: शिवाय” मंत्र का जाप करना अत्यंत शुभ माना जाता है.