मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर:जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को जब आतंकी हमला हुआ तब छत्तीसगढ़ के चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र से चार दोस्त अपने अपने परिवार के साथ वहां घूमने गए थे. आतंकी हमले के दौरान सभी वहीं मौजूद थे. चिरमिरी से शिवांश जैन, कुलदीप स्थापक, अरविंद्र अग्रवाल, हैप्पी बधावान अपनी पत्नी व बच्चों के साथ 18 अप्रैल को गर्मी की छुट्टियां मनाने कश्मीर गए थे. 21 अप्रैल को वे पहलगाम पहुंचे. कुलदीप स्थापक की पत्नी पूर्वा स्थापक चिरमिरी निगम में भाजपा से वार्ड क्रमांक 13 की पार्षद है. 22 अप्रैल को पहलगाम में आंतकी हमला हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई.
कश्मीरी व्यापारी ने बचाई 4 परिवार के लोगों की जान:शिवांश जैन ने परिजनों को फोन पर बताया कि भू-स्खलन के कारण सड़क पर जाम लगा था. सड़क के दोनों तरफ पर्यटकों की भीड़ थी. अचानक फायरिंग शुरू हो गई. लोग इधर-उधर भागने लगे. उन्होंने बताया कि स्थानीय कश्मीरी व्यापारी नजाकत अली ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाला.”
नजाकत हर साल सर्दियों में चिरमिरी आकर गर्म कपड़े बेचते हैं. पर्यटक उन्हीं के साथ पहलगाम के आस-पास घूम रहे थे. फायरिंग के दौरान उन्होंने सूझबूझ दिखाते हुए सभी की जान बचाई. घटना के बाद चिरमिरी में परिवारों के लोग चिंतित हैं.
चिरमिरी के सभी पर्यटक जम्मू कश्मीर में सुरक्षित: कुलदीप स्थापक के मामा राकेश परासर ने बताया कि उनके भांजा कुलदीप स्थापक, उनकी बहू पूर्वा स्थापक और कई लोग गए थे. तीन बच्चे भी मौजूद थे. आतंकवादी हमले के समय ये सब वहीं मौजूद थे. आतंकवादी हमला होने के बाद सब दौड़ कर लॉज की ओर भागे. वहां से सुरक्षित इन सब को जम्मू कश्मीर लाया जा रहा है.
कश्मीर से चिरमिरी व्यवसाय करने वाले लोग और सेना की गाड़ियों से सुरक्षित जम्मू पहुंचाया जा रहा है.-राकेश परासर, कुलदीप स्थापक के मामा
शिवांश जैन की मां ने बताया कि बेटा, बहू और पोता है. बेटे के तीन दोस्त और परिवार भी गए थे. फोन से जानकारी मिली कि सभी होटल में सुरक्षित है. किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
पहलगाम में फंसे लोगों के दोस्त नितिन सिंह ने बताया कि आतंकवादी हमले में मित्र फंस गए थे. सभी को फोन कर पूछा तो सभी सुरक्षित श्रीनगर पहुंच चुके थे.