कटनी : कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे डाबर इंडिया लिमिटेड कंपनी के सैकड़ों मजदूर ने लिखित शिकायत देते हुए कहा कि उन्हें कंपनी के मैनेजर द्वारा अपमानित करते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. वहीं सभी मजदूरों से सिर्फ साल में तीन माह तक ही काम ले उन्हें बाहर कर हैं.
डाबर इंडिया लिमिटेड मजदूर युनियन संघ पडुवा प्लान्ट के मजदूरों ने आरोप लगाते हुए बताया कि डाबर इंडिया लिमिटेड प्लांट पडुआ कटनी जो कि सन् 1995 से संचालित है. जिसमें ऑवला से कुछ सामग्रियों को बनाने का कार्य कराया जाता है, जो कि लगभग साढे पाँच माह चलाया जाता था. लेकिन विगत 03 वर्षों से सिर्फ 3 माह चलाकर बंद कर दिया जाता है.
डाबर इंडिया मजदूर यूनियन पडुआ के समस्त श्रमिक जो लगभग 150 श्रमिक हैं. उनका जीवन-यापन और गुजारा इसी फैक्ट्री में काम करने से चल रहा है. उनके द्वारा बार-बार फैक्ट्री प्रबंधक से मांग रखी है कि फैक्ट्री में अन्य प्रोडक्ट का काम शुरू कराया जाए और कार्यरत श्रमिकों के नियमित रोजगार की व्यवस्था की जावे. ताकि हम श्रमिकों का जीवन-यापन सुचारू रूप से चल सके. हमने अनेकों बार फैक्ट्री प्रबंधकों से रोजगार बढाये जाने की माँग करते आ रहे हैं और वर्तमान प्रबंधक डी० के० शर्मा से निवेदन किया और विगत वर्ष में कलेक्टर महोदय व श्रम पदाधिकारी महोदय को आवेदन दिया था लेकिन वर्तमान प्रबंधक ने यह कह कर समझौता करा लिया था कि मैनेजमेंट से बात कर रहा है कोशिश कर रहा है. कुछ न कुछ रोजगार बढ़ाने का प्रयास करेंगे. लेकिन पहले के प्रबंधकों की तरह वर्तमान प्रबंधक ने भी काम निकालकर रोजगार के लिये कुछ भी नहीं किया और जो प्लांट विगत वर्ष पहले 08 अक्टूबर से चलकर लगभग 15-20 मार्च तक चलता था वे अब सिर्फ 20 अक्टूबर से 30 जनवरी को ही बंद कर दिया गया है और वर्तमान प्रबंधक डी. के. शर्मा द्वारा श्रमिकों से अभद्र व्यवहार किया गया.
सभी मजदूरों ने करेक्ट कार्यालय पहुंच एक लिखित शिकायत दी है और मांग की है कि डाबर इंडिया लिमिटेड प्लांट पडुआ कटनी को 12 माह चलाये जाने या गुजारा भत्ता दिलाये की मांग करते हुए फैक्ट्री मैनेजर के खिलाफ कार्यवाही की जाए जो मजदूरों से अभद्रता करते है. वही सभी मजदूरों ने चेतावनी दी है कि आगामी सीजन में अगर हमारी नियमित रोजगार या गुजारा भत्ता की मॉग पूरी नहीं होती है, तो हम समस्त श्रमिक फैक्ट्री परिसर में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठने की लिये मजबूर होंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी फैक्ट्री प्रबंधक व प्रशासन की होगी.