कवर्धा पुलिस ने 9 साल से फरार चिटफंड आरोपी पंचू पनधारे को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने महाराष्ट्र में रहते हुए 1440 निवेशकों को ठगी का शिकार बनाया था और कुल 1 करोड़ 84 लाख रुपए की ठगी की गई थी। यह मामला भोरमदेव थाना क्षेत्र से जुड़ा है।
पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि आरोपी ने लंबे समय तक निवेशकों को बहकाकर उनसे रकम जमा कराई और फिर कई सालों तक फरार रहा। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई की। अंततः आरोपी को पकड़ कर कवर्धा लाया गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पंचू पनधारे पर पहले भी कई ठगी के मामले दर्ज थे और उसकी तलाश कई सालों से चल रही थी। उसके खिलाफ विभिन्न राज्यों में भी शिकायतें दर्ज थीं। गिरफ्तार आरोपी से कई अहम दस्तावेज और निवेशकों के रिकार्ड भी बरामद किए गए हैं।
इस ठगी के शिकार हुए निवेशक कई वर्षों से अपने पैसे की मांग कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि अब आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज़ी से पूरी की जाएगी और निवेशकों को उचित मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अधिकारियों ने निवेशकों से अपील की है कि वे पुलिस को इस मामले में सहयोग करें और जिन लोगों ने ठगी का सामना किया है, वे अपने दस्तावेज और शिकायत दर्ज कराएँ। इस गिरफ्तारी से इलाके में सुरक्षा और भरोसे की भावना बढ़ी है।
स्थानीय लोग भी इस कार्रवाई से संतुष्ट हैं और उन्होंने कहा कि लंबे समय से फरार आरोपी की गिरफ्तारी से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ी है। पुलिस ने कहा कि आगे भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी ताकि लोग सुरक्षित निवेश कर सकें।
पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने के साथ ही उसके पास मौजूद संपत्ति और धन को भी जब्त किया जाएगा, ताकि निवेशकों को उनका हक लौटाया जा सके। यह गिरफ्तारी पूरे जिले में लोगों के लिए चेतावनी के रूप में भी देखी जा रही है कि वित्तीय अपराध करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
इस गिरफ्तारी के साथ ही लंबे समय से चले आ रहे चिटफंड घोटाले का एक बड़ा हिस्सा समाप्त हो गया है और पुलिस का दावा है कि शेष जांच भी शीघ्र पूरी की जाएगी।