प्रदेश के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि, कवासी लखमा पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं. इनमें नक्सलियों का सहयोगी होने का आरोप भी शामिल है. कवासी लखमा नक्सलियों के सहयोग से उस क्षेत्र में राजनीति कर रहे हैं और उसी की वकालत करते हैं.
रामविचार नेताम गुरुवार को बलरामपुर भाजपा कार्यालय में आयोजित भाजयुमो की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे. कवासी लखमा द्वारा पुलिसकर्मियों को लाठी मारकर भगाने के बयान को लेकर मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि शासन प्रशासन का मनोबल तोड़ने के लिए, पुलिस बल के मनोबल को तोड़ने के लिए.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इस प्रकार के जनप्रतिनिधियों के द्वारा बयान देना बहुत बड़ा अपराधिक मामला है. नेताम ने कहा कि पुलिस के मनोबल को तोड़ने वाले लोग हैं और नक्सलियों के मनोबल को बढ़ाने वाले लोग हैं. इसके बीच के अंतर को समझना होगा और उसके आधार पर हमें तय करना होगा.
मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 65 से 75 सीटें जीतने का दावा कर रही थी. विधानसभा चुनाव में उनका मनोबल टूटा है. वे कहां पहुंच गए सबको मालूम है. लोकसभा चुनाव में सभी 11 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतेगी.
इधर, अंबिकापुर में भाजपा विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस नेताओं के बयानबाजी को बौखलाहट बताते हुए निंदा की. विधायक प्रबोध मिंज ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस की तरफ से ऐसे बयान आ रहे हैं, जो किसी गंभीर साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं.
प्रबोध मिंज ने कहा कि, बस्तर से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा ने कहा था कि कवासी जीतेगा- मोदी मरेगा. कवासी झीरम सहित कई मामलों में संदिग्ध रहे हैं. झीरम का सबूत भूपेश बघेल भी अपने जेब में होने की बात करते रहे हैं, जबकि आज तक उन्होंने साक्ष्य नहीं दिया.
कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा था कि, लाठी से मोदी का सर फोड़ दे, ऐसा सांसद चाहिए. मोदी को परेशान करके चीन भेज देना चाहिए. जैसा बयान देने वाले कांग्रेसी अपना मानसिक संतुलन खो दिए हैं. शिव (डहरिया) केवल गाली दे सकते हैं मोदी को, जबकि भूपेश बघेल सर फोड़ सकते हैं.
प्रबोध मिंज ने कहा कि कांग्रेस के बयान न केवल पाकिस्तान, खालिस्तानी बल्कि नक्सलियों के जैसे हो रहे हैं और ये सभी कांग्रेसी एक ही भाषा बोल रहे हैं. लोकतांत्रिक तरीकों से परास्त होने के बाद कांग्रेसी अब बौखलाहट में किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. इनके मंसूबों को जनता समझ चुकी है, हमें अधिक सावधान होने की आवश्यकता है.