विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या मामले में बिहार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं. दरभंगा SSP जे रेड्डी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि इस हत्याकांड को पैसे के लेनदेन को लेकर अंजाम दिया गया. अभी और भी लोगों से पूछताछ की जा रही है और कई अन्य लोगों पर निगरानी रखी जा रही है.
SSP ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले को लेकर मोहम्मद कासिम अंसारी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है. उसने मृतक से 2022 में ₹1,00,000 और 2023 में ₹50,000 4 प्रतिशत ब्याज पर उधार लिए थे. इसके बदले में आरोपी ने अपनी जमीन के कागज गिरवी रखे थे. आरोपी की कपड़े की दुकान थी, लेकिन कुछ समय बाद वह बंद हो गई और वह बेरोजगार हो गया. वहीं समय के साथ-साथ ब्याज की रकम बढ़ती जा रही थी. तीन दिन पहले आरोपी अपनी ब्याज की रकम कम कराने के लिए मृतक के पास गया था, लेकिन यहां उसका झगड़ा हो गया. इसकी पुष्टि वहां मौजूद रहे अन्य लोगों ने भी की है.
इसके बाद आरोपी ने 16 जुलाई की रात को करीब 10.30 बजे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मृतक के घर की रेकी की. ये वहां पास में लगे CCTV कैमरे में भी कैद हुआ है. इस दौरान लाइट कटने का फायदा उठाते हुए पीछे के दरवाजे से मुख्य आरोपी कासिम अपने साथियों के साथ जीतन सहनी के घर में दाखिल हुआ. इसके बाद उनका जीतन सहनी से झगड़ा हुआ. आरोपी ने अपनी जमीन के कागजात वापस मांगे और लॉकर की चाबी मांगी, जिसमें जमीन के कागज रखे थे. इसका मृतक ने विरोध किया तो इन्होंने चाकू से हमला कर दिया. इसके बाद आरोपी उस लाल अलमारी को लेकर घर से निकले जिसमें कागजात रखे थे, लेकिन वह भारी था तो इन्होंने उसे नजदीकी तालाब में फेंक दिया और फरार हो गए.
अधिकारी ने बताया कि मोबाइल CDR और FSL टीम के साथ आरोपी के मौके पर होने की पुष्टि हुई है. आरोपी के नाखून और कपड़ों से खून के धब्बे मिले हैं. तमाम सबूतों के आधार पर कासिम अंसारी को गिरफ्तार किया गया है. और इसके द्वारा बताए गए अन्य साथियों की तलाश की जा रही है. अन्य लोगों से पूछताछ भी जारी है. हत्या में शामिल फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. तालाब से लाल अलमारी को बरामद कर लिया गया. फिलहाल हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं हुआ है. उसकी अभी तलाश जारी है. इस लाल अलमारी में बहुत सारे कागजात मिले हैं. इसमें एग्रीमेंट आदि कागजात मिले हैं, जिनकी एवज में ब्याज पर पैसे दिए जाते थे. SSP ने बताया कि दो बाइक भी मौके से मिली है. सबूत मिले हैं ये बाइक भी ब्याज के एवज में गिरवी रखी गई थी.