कांग्रेस नेता और कर्नाटक सरकार में मंत्री ज़मीर अहमद ने केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी पर नस्लीय टिप्पणी की है. एक जनसभा को संबोधित करते हुए जमीर अहमद ने कुमारस्वामी को “कालिया कुमारस्वामी” कह डाला. जमीर अहमद सीएम सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक कैबिनेट के सदस्य हैं. चामराजपेट निर्वाचन क्षेत्र से 5 बार विधायक रह चुके ज़मीर अहमद अल्पसंख्यक मामलों के महत्वपूर्ण विभाग के प्रभारी हैं.
जमीर अहमद हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए दलबदलू नेता सीपी योगेश्वर के बारे में बात कर रहे थे. जमीर अहमद ने कहा, ‘कुछ कांग्रेस नेताओं के साथ मतभेदों की वजह से वह (सीपी योगेश्वर) बीएसपी में चले गए. निर्दलीय चुनाव लड़ा और कोई विकल्प न होने के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए क्योंकि वह जनता दल के साथ नहीं जाना चाहते थे क्योंकि उन्हें लगा कि “कालिया” कुमारस्वामी भाजपा से ज़्यादा ख़तरनाक हैं. अब यह हमारी पार्टी के उम्मीदवार सीपी योगेश्वर की घर वापसी है.’
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कांग्रेस पर हमलावर हुई जेडीएस
कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस ने जमीर के बयान की आलोचना की है. जेडीएस ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘जमीर अहमद ने चन्नपटना उपचुनाव प्रचार के दौरान नस्लीय गालियों का इस्तेमाल किया. केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी को जमीर अहमद खान ने उर्दू में “कालिया कुमारस्वामी” (काला कुमारस्वामी) कहकर अपमानित किया. ऐसा करके उन्होंने अश्वेत लोगों का नस्लीय अपमान किया है और नस्लीय भेदभाव किया है…उनके मुंह से निकले ये नस्लीय घृणा के शब्द अक्षम्य हैं.’
जेडीएस ने राज्य के गृहमंत्री जी परमेश्वर और रामनगर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करने की अपील की है. पार्टी ने मांग की है कि पुलिस को जमीर अहमद के खिलाफ नस्लीय दुर्व्यवहार, जातिवाद और समाज में शांति को भंग करने की कोशिश में तुरंत उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.जेडीएस ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और सीएम सिद्धारमैया से जमीर अहमद का इस्तीफा लेने की मांग की है.
पित्रोदा ने भी दिया था इसी तरह का बयान
इससे पहले, लोकसभा चुनाव के दौरानइंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने भी रंगभ यह कहकर एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था कि पूर्वी भारत में रहने वाले लोग चीन के लोगों जैसे, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे, उत्तर भारत में रहने वाले श्वेतों की तरह और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं.” विवादित बयानबाजी के बाद बुरी तरह घिरे सैम पित्रोदा को बाद में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था.