खंडवा में महिला ने प्रोपर्टी ब्रोकर से कराई 20 लाख की ऑनलाइन धोखाधड़ी

खंडवा में साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है। मुंबई की महिला अनु पाठक ने खंडवा के प्रोपर्टी ब्रोकर से इंटरनेट मीडिया पर दोस्ती की और उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। महिला ने खुद को फिनाल्टो ट्रेडिंग नामक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का कर्मचारी बताया और विश्वास में लेकर ब्रोकर से रुपये निवेश करवाए।

प्रॉपर्टी ब्रोकर ने महिला की बातों में आकर कई किस्तों में ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू की और लगभग 20 लाख 19 हजार रुपये लगवा दिए। शुरू में प्लेटफॉर्म पर यह राशि बढ़कर 50 लाख रुपये तक नजर आई, जिससे ब्रोकर को निवेश में बढ़त का भ्रम हुआ। जब उसने अपने पैसे निकालने का प्रयास किया, तो वेबसाइट से उसका खाता ब्लॉक हो गया और उसे समझ में आया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है।

धोखाधड़ी का शिकार ब्रोकर सीधे थाने पहुंचा और मामले की शिकायत की। पुलिस ने जांच के बाद महिला अनु पाठक और अन्य खाताधारकों के खिलाफ धारा 319(2), 318(4) बीएनएस और 66(D) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। खंडवा पुलिस के अनुसार, फरवरी महीने में यह दोस्ती इंटरनेट मीडिया के माध्यम से शुरू हुई थी। महिला ने चालाकी से ब्रोकर का विश्वास जीतकर उससे बड़ी रकम हड़प ली।

जिले में साइबर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने और जागरूकता फैलाने के लिए अभियान भी चलाए हैं, लेकिन आम जनता में इसके प्रति पर्याप्त सतर्कता नहीं दिख रही। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर नए दोस्त बनाते समय और ऑनलाइन निवेश करते समय सतर्क रहना बहुत जरूरी है।

यह मामला खंडवा जिले में साइबर अपराध की बढ़ती चुनौती को उजागर करता है। लोगों को चाहिए कि वे किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बड़ी राशि का निवेश करने से पहले विश्वसनीयता और सत्यापन की प्रक्रिया पूरी करें। गलतफहमी और धोखाधड़ी से बचने के लिए यह आवश्यक है कि इंटरनेट पर मित्रवत संपर्क भी सावधानी के साथ बनाएं और किसी भी वित्तीय लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

इस घटना ने जिले में साइबर जागरूकता की आवश्यकता को और बढ़ा दिया है। पुलिस का संदेश है कि किसी भी तरह की ऑनलाइन ठगी की स्थिति में तुरंत थाने या साइबर सेल से संपर्क किया जाए ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके और नुकसान से बचा जा सके।

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