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मुश्ताक खान के पैसों से किडनैपर्स ने खरीदा राशन और मिक्सर! एक्टर्स के इस डर का उठाते थे फायदा

फिल्म अभिनेता मुस्ताक खान के अपहरण कांड का बिजनौर पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने अपहरण कांड को अंजाम देने वाले लवी पाल गैंग के मुख्य आरोपी पूर्व पार्षद सार्थक उर्फ ​​रिक्की चौधरी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से मुस्ताक खान के खाते से निकाले गए एक लाख चार हजार रुपये और दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं. गैंग के दो मुख्य आरोपी लवी पाल और अर्जुन करनावल समेत छह लोग फरार हैं, जिनकी तलाश में कई टीमें लगी हुई हैं. इस गैंग ने पहले फिल्म अभिनेता शक्ति कपूर को एक इवेंट के नाम पर बुक किया था, लेकिन वहां एडवांस में टोकन मनी ज्यादा मांगने के कारण डील फाइनल नहीं हो पाई थी.

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पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा ने बताया कि 15 अक्टूबर को लवी ने राहुल सैनी बनकर फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान को एक इवेंट के लिए बुक किया था. इसके लिए उसने मुश्ताक खान को 25 हजार एडवांस भी भेजे थे और मुंबई से दिल्ली आने के लिए फ्लाइट का टिकट भी भेजा था. 20 नवंबर को जब फिल्म अभिनेता फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली आया, तो उसे एयरपोर्ट पर राहुल सैनी द्वारा बुक की गई कैब ने रिसीव किया, जो अभिनेता को दिल्ली से मेरठ ला रही थी.

बिजनौर और मेरठ के रास्ते में अपहरण

मगर, बिजनौर से लवी अपने साथी सार्थक उर्फ ​​रिक्की, आकाश, शिवा, अर्जुन अंकित, अजीम शुभम और सबीउद्दीन के साथ किराए की स्विफ्ट कार से और लवी अपनी स्कॉर्पियो कार से दिल्ली पहुंचा. फिर बिजनौर और मेरठ के रास्ते में उन्होंने उसे अपने कब्जे में ले लिया. मुश्ताक खान को बुक की गई टैक्सी से उतारने के बाद लवी ने उसे अपनी स्कार्पियो कार में बैठाया और बाकी साथी स्विफ्ट कार में बैठकर उसके साथ बिजनौर के लिए रवाना हो गए.

तब तक मुश्ताक खान को पता नहीं था कि उसका अपहरण हो चुका है. इसके बाद वे मुश्ताक खान को नया बस्ती स्थित लवी के फ्लैट पर ले आए और यहां पर उन्होंने उसे बंधक बना लिया. इसके बाद उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट करते हुए उसका मोबाइल फोन और बैग आदि अपने कब्जे में ले लिया. साथ ही उसके बैंक खाते का पासवर्ड आदि भी ले लिया. रात को देर होने के कारण वे लोग सोने चले गए और इस दौरान सुबह फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान किसी तरह अपना सारा सामान वहीं छोड़कर वहां से भाग निकले.

मुश्ताक खान भागकर मस्जिद में ली शरण

फिर वहां पर उन्होंने एक मस्जिद में शरण ली और मौलाना को पूरी कहानी बताई. इसके बाद उनके परिचित आ गए और वह उनके साथ वापस मुंबई चले गए. पुलिस अधीक्षक के अनुसार इसके बाद 21 नवंबर को इन बदमाशों ने अभिनेता के मोबाइल से यूपीआई के माध्यम से मुजफ्फरनगर के जानसठ रोड स्थित एक जनसेवा केंद्र से 25 हजार 250 रुपये तथा सुजडू चुंगी खालापार स्थित एक मोबाइल शॉप से ​​25 हजार 400 रुपये निकाले. इसके बाद विशाल ट्रेडर्स से 26 हजार रुपये का राशन का सामान लिया.

किडनैपर्स ने खरीदा राशन-मिक्सी

फिर वहीं पर एक इलेक्ट्रॉनिक शॉप से ​​मिक्सर व पानी गर्म करने वाली रॉड खरीदी. इस तरह से उन्होंने उसके खाते से 2 लाख 20 हजार रुपये का ट्रांजक्शन किया, जिसमें 1लाख 4 हजार रुपये उनसे बरामद कर लिये गये हैं. पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा के अनुसार पकड़े गये मुख्य आरोपी सार्थक उर्फ ​​रिक्की ने बताया कि लवी ने ही उसे अपहरण की योजना के बारे में बताया था. उसने यह भी बताया था कि मुंबई के कई अभिनेताओं को जानता है. ये लोग बदनामी के डर से ऐसी घटनाओं के बाद भी पुलिस में शिकायत नहीं करते हैं. यह सब बताने के बाद लवी ने अपने और सबीउद्दीन, अजीम व अन्य लोगों के साथ मिलकर एक गिरोह बना लिया. फिर तय किया कि इस दौरान जो भी पैसा मिलेगा उसे बराबर-बराबर बांट लिया जाएगा.

अभिनेता शक्ति कपूर को भी किडनैप करने का था प्लान

रिकी ने पूछताछ में यह भी बताया कि इससे पहले उसने फिल्म अभिनेता शक्ति कपूर को भी कार्यक्रम में बुलाया था और उसका भी अपहरण करने की योजना थी. लेकिन शक्ति कपूर द्वारा एडवांस टोकन मनी अधिक मांगने के कारण यह योजना सफल नहीं हो सकी. जबकि इससे पहले भी उसने फिल्म अभिनेता राजेश पुरी को कार्यक्रम में बुलाया था और उसका भी अपहरण करने की योजना थी. लेकिन फिल्म अभिनेता ने हम सभी के साथ सेल्फी खींचकर अपने एक परीक्षित को भेज दी थी. जिसके कारण हम अपहरण की वारदात को अंजाम नहीं दे सके.

पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस गिरोह में 10 लोग शामिल हैं. तीन मुख्य अपराधी लवी पाल, अर्जुन कर्णवाल और सार्थक उर्फ ​​रिकी हैं, जबकि आकाश, शिवा, अंकित उर्फ ​​पहाड़ी, शुभम इस गिरोह के सदस्य हैं. रिकी पूर्व पार्षद है. बिजनौर जिले में उसके खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें हत्या का एक मामला भी शामिल है. जबकि दूसरे साथी अर्जुन कर्णवाल के खिलाफ आर्म्स एक्ट समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है. इसमें मुख्य आरोपी लवी और अर्जुन कर्णवाल, आकाश उर्फ ​​गोला, शिवा, अंकित पहाड़ी और शुभम फरार हैं.

मामले की जांच कर रही है मेरठ पुलिस

शुभम लवी का चचेरा भाई है. पुलिस टीम इन सभी को पकड़ने में लगी हुई है. जल्द ही इन्हें पकड़कर और जानकारी जुटाई जाएगी. पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि ये लोग सुनील पाल अपहरण कांड में भी शामिल हैं, लेकिन इस मामले की जांच मेरठ पुलिस कर रही है. इसलिए इस बारे में ज्यादा कुछ कहना उचित नहीं है. मुख्य आरोपी लवी और अर्जुन कर्णवाल समेत बाकी अपराधियों के पकड़े जाने के बाद उनका पूरा खुलासा हो जाएगा. फिलहाल इस मामले की जांच मेरठ पुलिस कर रही है.

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