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‘मां और उसके बॉयफ्रेंड को मार दो…’ बेटे ने दी सुपारी, लेकिन पलट गया साजिश का खेल, उसी की हो गई हत्या

उत्तर प्रदेश के लखनऊ के पीजीआई इलाके में एक शख्स की उसके ही दोस्तों ने हत्या कर दी. जब पुलिस ने मामले की छानबीन की तो हत्या की चौंकाने वाली वजह सामने आई. युवक ने अपनी मां और उसकी प्रेमी की हत्या के लिए सुपारी दी थी, लेकिन उसे ये भारी पड़ गया. क्योंकि उसने अपने दोस्तों को मां और उसके प्रेमी को जान से मारने के लिए सुपारी दी थी और उन्हीं ने युवक की हत्या कर दी.

जब पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि युवक का उसके दोस्तों के साथ सुपारी के एडवांस पैसों को लेकर विवाद हो गया था. इस विवाद के बाद उसके दोस्तों ने ही युवक की हत्या कर दी. यही नहीं जो चाकू उसने अपनी मां और उसके प्रेमी को मारने के लिए खरीदा. उसी चाकू से वह खुद मारा गया. क्योंकि उसने वह चाकू खुद अपने दोस्तों को खरीद कर दिया था.

दोस्तों के साथ पी शराब

मृतक का नाम विनायक बताया जा रहा है, जो पीजीआई के डलौना इलाके में रहता था और हिस्ट्रीशीटर अंजनी साहू का बेटा था. उसके पड़ोस में हिमांशु भी रहता था, जो उसके साथ ही घर से निकला था. इसके बाद सीएल अस्पताल के पास विनायक को उसके चाचा ने हिमांशु, आमिर, शिवम रावत, आशीष और शिवा रावत के साथ शराब पीते हुए देखा था. इसके बाद हिमांशु अपने घर वापस आ गया था, लेकिन विनायक वापस नहीं लौटा था.

खून से सना हुआ चाकू

विनायक को ढूंढ़ने की कोशिश की गई, लेकिन उसके दोनों मोबाइल नंबर भी बंद थे और उसका कुछ पता नहीं चल रहा था. फिर उसकी हत्या की जानकारी उसके पिता को मिली. उसका शव जहां वह शराब पी रहा था. वहीं पर पड़ा हुआ मिला. उसकी हत्या चाकू से हमला की गई थी. विनायक के शव के पास उसका दोस्त शिवम भी वहीं बेसुध हालत में पड़ा था. मौके पर खून से सना हुआ चाकू, शराब की बोतल और बाइक थी, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया था.

गर्लफ्रेंड पर दर्ज किया केस

विनायक के पिता ने उसकी गर्लफ्रेंड के परिजनों और सभी दोस्तों के खिलाफ केस दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने विनायक के दोस्तों से पूछताछ की तो पूरा सच सामने आ गया. पुलिस ने बताया कि विनायक के सभी दोस्तों ने पूछताछ में बताया कि अंजनी की पत्नी यानी विनायक की मां उसके पिता को छोड़कर कई महीने से अपने प्रेमी इरफान के साथ पत्नी की तरह रह थी. ये बात विनायक और उसके पिता से बर्दाश्त नहीं हो पा रही थी. इसलिए दोनों ने मां और उसके प्रेमी की हत्या करने की ठान ली थी.

10 दिन पहले बनाया प्लान

पिता और बेटे ने हत्या करवाने के लिए 10 दिन पहले प्लान बनाया और विनायक ने अपने दोस्तों से इस बारे में बात की. उसके दोस्तों को भी पैसों की जरूरत थी. इसलिए वह भी तैयार हो गए. इसके बाद उन्होंने प्लान बनाया कि वह विनायक की मां और उसके प्रेमी के घर पर पहले उनकी हत्या करेंगे और फिर सामान लूट लेंगे. इसके लिए विनायक ने उन्हें 2.5 लाख रुपये सुपारी देने के लिए कहा था.

लेकिन जब वह एक साथ बैठकर शराब पी रहे थे तो विनायक के दोस्तों ने उससे एडवांस रकम के तौर पर 1.5 लाख रुपये मांगे. विनायक ने एडवांस पैसे देने से मना कर दिया और कहा कि हत्या के बाद ही वह पैसे देगा. इस बात को लेकर उसकी दोस्तों के साथ बहस हो गई, जो देखते ही देखते विवाद में बदल गई और इसी विवाद में उसके दोस्तों ने उसकी हत्या कर दी. आरोपी दोस्तों में हिमांशु शामिल नहीं था, क्योंकि वह पहले ही अपने घर लौट आया था.

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