CG News In Hindi : मैं सबसे पहले बधाई देना चाहता हूं. छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संगठन को, हमने फल, सब्जी, नर्सरी देखी, मुझे भरोसा है कि छत्तीसगढ़ अब धान का कटोरा नहीं, फल और सब्जी का कटोरा भी बनेगा. कृषि आज भी भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और किसान उसकी आत्मा. किसान की सेवा मेरे लिए भगवान की पूजा है. ये बोल थे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के. अवसर था दुर्ग जिले के पार्श्वतीर्थ नगपुरा में आयोजित ‘मोर आवास-मोर अधिकार’ कार्यक्रम का. बात दें, शिवराज सिंह चौहान ने 3.03 लाख प्रधानमंत्री आवास के निर्माण के लिए स्वीकृति पत्र प्रदान किया है.
हम फूड बास्केट बन सकते हैं..’
शिवराज सिंह चौहान ने कहा- हम सत्ता के सिंहासन पर गौरवान्वित होकर बैठने के लिए नहीं हैं, हम आपकी जिंदगी बदलने के लिए राजनीति में हैं. हमारे 6 सूत्रीय कार्यक्रम हैं. पहला है उत्पादन बढ़ाना, जिसके लिए ICAR लगातार रिसर्च करता है. अभी धान की एक ऐसी किस्म बनाई है, जिसमें 20% पानी कम लगेगा, इसमें रोपाई नहीं करना है, गेहूं जैसे ही इसकी बोवनी कर सकते हैं. अच्छे बीज किसान को मिल जाएं तो हम दुनिया के फूड बास्केट बन सकते हैं.
अभी हमने छत्तीसगढ़ को जो राशि दी है, उसके अलावा 203 करोड़ रुपये मेकेनाईजेशन, बागवानी, ड्रिप इरीगेशन, ग्रीन हाउस, पोलीहाउस, हाइड्रोपोनिक्स के लिए और दी जाएगी. छत्तीसगढ़ छोटा भाई नहीं है, सगा भाई है. मोदी जी और हमारे साय जी मिलकर काम करेंगे और साथ में मामा भी लग जाएगा.उत्पादन की लागत घटाना है और उत्पाद का ठीक दाम देना है. इस साल जितनी अरहर, मसूर और उड़द पैदा करेंगे, पूरा का पूरा हम MSP पर खरीदेंगे
भावांतर भुगतान योजना लागू कर दी’
शिवराज ने कहा- तिलहन की फसल में हमने भावांतर भुगतान योजना लागू कर दी है. फसल बीमा योजना में हमने एक फैसला किया है. कई बार क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट के कारण सही सर्वे नहीं हो पाता. हमने रिमोट सेंसिंग के माध्यम नुकसान के आकलन का निर्णय लिया है. इस टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के लिए हमने 850 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है.
कोई कसर नहीं छोड़ेंगे’
यूरिया हो या DAP हो, सस्ती DAP की बोरी के लिए 3,800 करोड़ की सब्सिडी केंद्र सरकार ने दी है. मोदी जी के नेतृत्व में कृषि और किसान आगे बढ़े, इसके लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. फसलों के रोग के कारण उत्पादन कम होता है. लीफ एनालिसिस की बात कही गई है, मैं ICAR को लैब लगाने का निर्देश दूंगा ताकि इसका उपाय हो जाए. हमने एक एप्प लॉन्च किया है, जिसमें आप फ़ोटो डालेंगे तो हमारे वैज्ञानिक उसके समाधान में लग जाएंगे.एक तरफ बड़े शहरों में चीजें बहुत महंगी मिलती है, खेतों से तो सस्ती दरों में टमाटर मिल जाता है लेकिन बड़े शहरों में ये महंगा मिलता है.
‘कीमत के अंतर को कम करने का प्रयास जारी’
हम इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं, उपभोक्ता और किसान के बीच कीमत के अंतर को हम कम करने का प्रयास कर रहे हैं.फल सब्जी दूसरी जगह ले जाने में ट्रांसपोर्ट का खर्च बहुत ज्यादा लगता है. हमने तय किया है कि नाफेड के माध्यम से फल सब्जी ले जाई जाएगी तो हम ट्रांसपोर्टेशन का खर्च दे देंगे. किसान की फसल आती है तो कई बार दाम गिर जाते हैं, अगर किसान वेयरहाउस में अपने उत्पाद को रखे, तो वेयर हाउस की रसीद के आधार पर बैंक उसको पैसे दे दे, इसका सुझाव हमने दिया है वित्त मंत्री को. हम कोशिश कर रहे हैं कि किसान दो-तीन महीने माल रखे तो उसको ब्याज न लगे.
प्रोसेसिंग यूनिट्स के लिए किसान और किसान संगठन तैयारी करे. इस पर भी कई तरह की सब्सिडी है. किसान अगर मेहनत करे तो किसान का सम्मान होना चाहिए. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मोदी जी के नेतृत्व में हम किसान कि आय दोगुना करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.